हाथरस. हाथरस केस की जांच के लिए सीबीआई ने जिले में डेरा डाल दिया है। सीबीआई की टीम अगले 15 दिन तक हाथरस में ही रहेगी। सीबीआई की टीम का कैंप कार्यालय हाथरस की उप कृषि निदेशक कार्यालय की बिल्डिंग में बनाया गया है। मंगलवार को सीबीआई की टीम ने करीब चार घंटे तक पीड़िता के भाई से पूछताछ की। इसके लिए सीबीआई की टीम पीड़िता के भाई को गांव से कैंप कार्यालय लेकर गई। इसके अलावा सीबीआई अपने साथ वो गैलन भी ले गई, जिससे कुछ लिक्विड चिता पर डाला जा रहा था। ये गैलन परिवार चिता से घर ले आया था। सीबीआई पीड़िता के बडे भाई को क्राईम स्पॉट और जहां चिता जलाई गई थी, वहां भी लेकर गई थी।
सीबीआई जब मृतका के भाई को ले जा रही थी तब उसकी गिरफ्तारी की अटकलें लगाई जाने लगीं लेकिन एजेंसी के प्रवक्ता आर के गौर ने स्पष्ट किया कि “कोई गिरफ्तारी नहीं की गई है।” जांचकर्ताओं ने अपराध के दिन घटी घटनाओं के बारे में मृतका के परिजनों से उनके आवास पर विस्तार से बातचीत की। अधिकारियों ने स्थानीय पुलिस को अपराध स्थल की घेराबंदी करने का निर्देश दिया।
इस बीच सीबीआई ने हाथरस की जांच में लगे अपने दल में अधिकारियों की संख्या में वृद्धि की है। गाजियाबाद में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की कमान संभाल रहे पुलिस अधीक्षक रघुराम राजन के मातहत चार और अधिकारियों को शामिल किया गया है। एसीबी चंडीगढ़ में पुलिस उपाधीक्षक सीमा पाहुजा को मामले का जांच अधिकारी नियुक्त किया गया है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक वी के शुक्ला, पुलिस उपाधीक्षक आर आर त्रिपाठी, और निरीक्षक एस श्रीमती को भी जांच दल में शामिल किया गया है।
अधिकारियों ने कहा कि अपराध स्थल का विश्लेषण करने के लिए सीबीआई के जांचकर्ताओं के साथ केंद्रीय अपराध विज्ञान प्रयोगशाला (सीएफएसएल) के विशेषज्ञ भी शामिल थे। पीड़िता की दिल्ली के एक अस्पताल में 29 सितंबर को मौत हो गई थी जिसके बाद जिलाधिकारी ने कथित तौर पर परिवार वालों की इच्छा के विरुद्ध शव का दाह संस्कार रात के अंधेरे में करने का आदेश दिया था। मामले पर सियासी दबाव के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने इसकी जांच सीबीआई को सौंप दी थी।
रविवार को सीबीआई द्वारा प्राथमिकी दर्ज किये जाने के बाद एजेंसी के प्रवक्ता आर के गौर ने कहा था, “शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया था कि 14 सितंबर 2020 को आरोपी ने बाजरे के खेत में उसकी बहन की गला दबाकर हत्या करने का प्रयास किया था। उत्तर प्रदेश पुलिस के अनुरोध और केंद्र सरकार की अधिसूचना पर सीबीआई ने मामला दर्ज कर लिया है।”