घोड़ी चढ़ बारात और बैंड बाजे के साथ दुल्हन के घर पहुंचना हर युवक का सपना होता है। लेकिन उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ के दूल्हे राजा का यही सपना बुरी तरह चकनाचूर हो गया। यह युवक निकला तो दुल्हन के घर के लिए था, लेकिन पूरी रात ढूंढने पर भी लड़की का घर न मिल सकता। शादी से नाकाम रही बारात ने अंतत: उस महिला को बंधक बना लिया जिसने यह शादी पक्की करवाई थी।
दरअसल यह मामला पूर्वी उत्तर प्रदेश के मऊ जिले का है। यहां पड़ौसी जिले आजमगढ़ के रहने वाले एक युवक की शादी 10 दिसंबर को मऊ जिले की लड़की से होनी थी। ऐसे में दूल्हा बरात के साथ मऊ पहुंच गया। शादी की रात सजधज कर जब दूल्हा निकला तो उसे दुल्हन के घर का पता ही नहीं मिला। दूल्हे समेत पूरी बारात ने पूरा मऊ छान मारा। पर बारात न तो दुल्हन के घर पता कर पाई और न हीं उसके परिवार के किसी भी सदस्य से उनका संपर्क हो सका। थक हार कर मजबूरी में पूरी बारात को खाली हाथ घर लौटना पड़ा।
आजमगढ़ लौटे दूल्हे के परिवार ने अपने अपमान का पूरा गुस्सा उस महिला पर उतरा जिसने इस शादी को पक्की करवाया था। उन्होंने उस महिला को पकड़कर शनिवार रात को उसे बंधक बना लिया। बात जब कोतवाली पहुंची तो वहां भी पुलिस स्टेशन में जबर्दस्त हंगामा हुआ। बिचौलिये की भूमिका में शामिल उस बंधक बनी महिला का दावा था कि उसे भी लड़की के परिवार वालों ने मूर्ख बना दिया।
इस पूरे मामले पर सीनियर एसआई शमशेर यादव ने कहा कि दूल्हे के परिवार ने बिचौलिया बनी महिला पर गंभीर आरोप लगाए थे। हमने दोनों पक्षों को बातचीत से मामला सुलझाने का अवसर दिया। देर शनिवार रात, दोनों पक्षों में समझौता हो गया और लड़के वालों ने उस महिला के खिलाफ कोई एफआईआर नहीं लिखाई।
प्राप्त जानकारी के अनुसार छतवारा में रहने वाली यह महिला मऊ की लड़की का रिश्ता लेकर आई थी। दोनों परिवार शादी के लिए तैयार हो गए थे। चूक बस इतनी हो गई कि लड़के के परिवार वाले लड़की के घर नहीं गए। शादी की तारीख तय कर दी गई और लड़के के परिवार ने लड़कीवालों को बैंडबाजे और लाइट वगैरह के लिए 20 हजार रुपये भी दिए थे।