मुजफ्फरनगर: उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में बारात लेकर आए दूल्हे ने वधू पक्ष की महिलाओं के साथ बदतमीजी की, जिसके बाद बारात को बिन दुल्हन लौटना पड़ा। यह घटना मुजफ्फरनगर जिले के सिसौली गांव में शनिवार को घटी। समस्या तब शुरू हुई जब रिवाज के अनुसार, वधू पक्ष की महिलाओं ने दूल्हे के जूते चुरा लिए और पैसे मांगने लगीं। 'जूता चुराई' की रस्म जिसे हल्के-फुल्के मजाकिया अंदाज में मनाया जाता है, उसने दूल्हा बने विवेक कुमार को खीझ दिला दी और दूल्हे ने महिलाओं के लिए अभद्र भाषा का प्रयोग कर दिया।
गुस्साए दूल्हे को देख वधू के परिजन उसे शांत कराने लगे, जिससे वह और भड़क गया और एक व्यक्ति को चांटा भी मार दिया। इस घटना के बारे में दुल्हन को जैसे ही पता चला, उसने शादी तोड़ दी। पूरी बारात को वापस भेज दिया गया, लेकिन दूल्हे, दूल्हे के पिता और दो रिश्तेदारों को उन्होंने बंदी बना लिया।
पुलिस द्वारा मामले में हस्तक्षेप किए जाने के बाद दोनों पक्षों के बीच समझौता हुआ। दुल्हन ने दूल्हे के परिवार से दहेज के तौर पर लिए गए 10 लाख रुपये लौटाने के लिए कहा। वहीं स्टेशन हाउस ऑफिसर वीरेंद्र कसाना ने कहा, "किसी भी पक्ष से मामला दर्ज नहीं कराया गया है। दुल्हन पक्ष और दूल्हा पक्ष ने पुलिस स्टेशन के बाहर ही समझौता कर लिया।"
इस मामले में हस्तक्षेप करने वाले गांव के बुजुर्गों में से एक भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के प्रमुख नरेश टिकैत ने कहा कि दुल्हन ने अनुरोध के बावजूद इस दूल्हे से शादी करने से मना कर दिया।