गाजियाबाद: गाजियाबाद मुरादनगर में शमशान घाट की नवनिर्मित भवन की छत गिरने के मामले में पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस ने नगर पालिका परिषद के एओ (अधिशासी अधिकारी) समेत चार नामजद और अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया है। पुलिस ने शिकायत मिलने के बाद एफआईआर दर्ज की है, जिसमें अधिशासी अधिकारी निहारिका सिंह, जेई चंद्रपाल, सुपरवाइजर आशीष और ठेकेदार अजय त्यागी के खिलाफ गैरइरादतन हत्या का मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने आईपीसी की धारा 304, 337, 338, 427 और 409 के तहत मुकदमा दर्ज किया है।
उत्तर प्रदेश के मुरादनगर में रविवार को एक श्मशान घाट पर छत ढह जाने से 23 लोगों की मौत हो गई जबकि कम से कम 20 अन्य घायल हो गये। पुलिस ने बताया कि जब छत ढही, तो बारिश से बचने के लिए कई लोग उसके नीचे खड़े थे। इनमें से अधिकतर लोग जयराम के रिश्तेदार थे, जिनका उस वक्त वहां अंतिम संस्कार हो रहा था। बचाव कर्मी यह सुनिश्चित करने के लिए घंटों तक मलबा हटाते रहे कि कहीं और कोई उसमें फंसा न हो।
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की टीम मुरादनगर के उखलारसी भेजी गयी है जहां यह हादसा हुआ। अधिकारियों ने रविवार शाम को बताया कि इस घटना में 23 लोगों की मौत होने के अलावा 20 अन्य को घायल अवस्था में विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
उनका कहना है कि घायलों की संख्या अधिक हो सकती है क्योंकि कुछ अन्य को उनके रिश्तेदार घटनास्थल से ले गये। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस हादसे में लोगों की मौत पर दुख जताया है। राज्य सरकार ने एक बयान जारी करके बताया कि मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजन को दो-दो लाख रुपए की आर्थिक सहायता दिए जाने का अधिकारियों को निर्देश दिया है।
पीएम मोदी ने इस हादसे पर शोक व्यक्त करते हुए ट्वीट कर कहा, 'उत्तर प्रदेश के मुरादनगर में हुए दुर्भाग्यपूर्ण हादसे की खबर से अत्यंत दुख पहुंचा है। राज्य सरकार राहत और बचाव कार्य में तत्परता से जुटी है। इस दुर्घटना में जान गंवाने वालों के परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट करता हूं, साथ ही घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।'