लखनऊ: राजधानी में पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति की नियमों का उल्ल्घंन कर निर्माणाधीन इमारत को लखनऊ विकास प्राधिकरण के एक दस्ते ने आज गिरा दिया।
लखनऊ विकास प्राधिकरण एलडीए के उपाध्यक्ष पी एन सिंह ने बताया कि प्रजापति को एक आवासीय प्लाट दिया गया था और आवासीय नक्शा भी पास किया गया था लेकिन उस जमीन पर जिस भवन का निर्माण किया जा रहा था वह एलडीए द्वारा पास किये गए नक्शे के विपरीत था और नियमों का उल्ल्ंघन किया जा रहा था। उन्होंने बताया कि इस तिमंजिला भवन का निर्माण व्यावसायिक उपयोग के लिये किया जा रहा था।
गौरतलब है कि इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने गायत्री प्रजापति के अवैध निर्माण की बाबत 19 जून को उत्तर प्रदेश सरकार से रिपोर्ट मांगी थी। उच्च न्यायालय के कठोर रूख को देखते हुये एलडीए ने प्रजापति के इस अवैध निर्माण के खिलाफ कार्वाई की।
15 जून को उच्च न्यायालय की अवकाशकालीन पीठ के न्यायमूर्त विवेक चौधरी ने राज्य और एलडीए चेयरमैन को निर्देश दिया था कि रूचि खंड आशियाना में बन रहे इस अवैध निर्माण को बनाने की जिन अधिकारियों ने इजाजत दी थी उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाये।