लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात का प्रयास विफल होने के बाद बलात्कार के आरोपी पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति के परिवार वालों ने आज राज्यपाल राम नाईक का दरवाजा खटखटाया लेकिन उनसे भी मुलाकात नहीं हो सकी।
राजभवन के सूत्रों ने बताया कि प्रजापति के परिवार वाले सुबह राजभवन पहुंच गये लेकिन उनकी राज्यपाल से मुलाकात नहीं हो सकी। राज्यपाल उस समय एक कार्यक्रम में थे। सूत्रों के अनुसार परिवार वालों ने राज्यपाल से मुलाकात का समय मांगा है लेकिन अब तक इस बारे में कुछ तय नहीं हुआ है।
सोमवार को प्रजापति के परिवार के लोग मुख्यमंत्री से जनता दर्शन कार्यक्रम में मिलने उनके आवास गये थे। प्रजापति की पत्नी ने मुख्यमंत्री के सरकारी आवास पांच कालिदास मार्ग के बाहर संवाददाताओं को बताया कि वे मुख्यमंत्री से मिलना चाहते थे लेकिन वह नहीं मिले।
प्रजापति की पत्नी के साथ उनकी दो बेटियां भी थीं। उनका दावा है कि मौके पर मौजूद एक मंत्री ने उन्हें आश्वासन दिया था कि उनकी शिकायत सुनी जाएगी। पत्नी ने कहा कि उन्हें यकीन है कि उनके पति को न्याय मिलेगा। हम मुख्यमंत्री से मुलाकात का फिर प्रयास करेंगे।
प्रजापति की बेटी ने कहा कि उनके पिता को फंसाया गया है। वह निर्दोष हैं। हमें उम्मीद है कि मुख्यमंत्री हमारी बात सुनेंगे और हमारे परिवार को न्याय सुनिश्चित करेंगे। राज्यपाल से मुलाकात नहीं होने पर प्रजापति की पत्नी ने कहा कि अगर उन्हें न्याय नहीं मिला तो वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का दरवाजा खटखटाएंगी।
विवादास्पद मंत्री को पिछले सप्ताह कथित रूप से बलात्कार और बलात्कार के प्रयास के मामले में जमानत मिल गयी थी लेकिन इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने प्रजापति को पॉक्सो अदालत से मिली जमानत पर स्थगनादेश दे दिया। उच्च न्यायालय प्रशासन ने जमानत देने वाले न्यायाधीश को निलंबित कर दिया और विभागीय जांच के आदेश दिये।