अलीगढ़ (उत्तर प्रदेश): उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ किए गए विरोध प्रदर्शन के संबंध में गिरफ्तार किए गए चार लोगों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) लगाया गया है। फरवरी में गिरफ्तार किया गए इन लोगों पर शनिवार को एनएसए लगाया गया। एनएसए के तहत, एक व्यक्ति को बिना किसी आरोप के 12 महीने तक हिरासत में रखा जा सकता है।
अलीगढ़ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) मुनिराज जी. ने कहा कि एनएसए के अनुसार, चारों को जेल में भेज दिया गया। वर्तमान में जेल में बंद चारों आरोपियों की पहचान इमरान, अनवर, साबिर और फहीमुद्दीन के रूप में की गई है। उनकी जमानत याचिका सत्र अदालत के समक्ष लंबित है। मामले में गिरफ्तार कुछ अन्य लोगों को हाल ही में जमानत दे दी गई थी।
एसएसपी ने कहा, "इनपुट हैं कि अगर यह चार व्यक्ति जमानत पर बाहर आते हैं, तो वे शांति के लिए खतरा पैदा करेंगे इसलिए जिला प्रशासन ने एनएसए के तहत चारों को बुक करने का निर्णय लिया है।"
इन चारों को 23 फरवरी को हुई हिंसा में उनकी कथित भूमिका के लिए गिरफ्तार किया गया है। गौरतलब है कि पुराने शहर इलाके में पुलिस और सीएए का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों के बीच झड़पें हुई थीं। इसमें कम से कम पांच लोग घायल हो गए थे।