आगरा: कोरोना वायरस लॉकडाउन के कारण इस वक्त ताजमहल भी बंद है। 372 साल बाद पहली बार इतने लंबे समय के लिए ताज बंद हुआ है। ताजमहल के साथ फतेहपुर सीकरी और आगरा किला समेत सभी स्मारकों को बंद कर दिया गया है। 1632 से 1648 के बीच ताजमहल तामीर किया गया। जानकरों के मुताबिक पहली बार ताजमहल के दरवाजे सेकंड वर्ल्ड वॉर के वक्त बंद हुए थे। उसके बाद 1971 की भारत पाकिस्तान की जंग के दौरान भी ताजमहल को बंद कर दिया गया था। आगरा में 1978 में बाढ़ आने के बाद ताजमहल के दरवाजे बंद किए गए थे।
आगरा के सुप्रीटेंडिंग आर्कियोलॉजिस्ट डॉ. बसंत कुमार स्वर्णकार ने कहा, समय का सुनिश्चित नहीं लेकिन सेकंड वर्ल्ड वॉर के वक्त ताजमहल को बंद किया गया था। 1971 के युद्ध में भी बंद हुआ था। 1978 में बाढ़ के वक्त 8 दिन के लिए ताजमहल के दरवाजे बंद किए गए थे। सेकंड वल्र्ड वॉर के समय उतने टूरिस्ट नहीं हुआ करते थे तो थोड़े दिनों के लिए बंद किया गया था। 1980 के बाद देश में पर्यटन बढ़ा है और सन 90 के बाद यह काफी बढ़ गया।
उन्होंने कहा कि 1857 में एएसआई नहीं हुआ करता था तो कोई डाटा उपलब्ध नहीं है। क्या पता अंग्रेजों के वक्त भी बंद किया गया हो।
इतिहासकार एस इरफान हबीब ने कहा कि देश में पहली बार सब कुछ बंद हुआ है। मॉडर्न समय में 1971 के युद्ध में जब ताज बन्द हुआ था तो बहुत बड़ी बात हुआ करती थी। फिर 1978 बाढ़ के वक्त बंद हुआ था तो ये ज्यादा समय के लिए बंद नहीं हुआ, ज्यादा से ज्यादा हफ्ते भर के लिए हुआ। आज जितने इतने लंबे वक्त के लिए ताजमहल कभी बंद नही हुआ।
कोरोना वायरस की वजह 17 मार्च को ताजमहल, लाल किला, कुतुबमीनार , फतेहपुर सीकरी, सिकन्दरा , मेहताब बाग जैसी कई जगहों को बंद कर दिया गया है।