सितंबर का महीना आधा बीत चुका है, लेकिन फिर भी देश के विभिन्न हिस्सों में बारिश और बाढ़ का सिलसिला खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। उत्तर प्रदेश के दो प्रमुख शहरों वाराणसी और प्रयागराज में गंगा का जलस्तर बढ़ने के चलते लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। वाराणसी में सभी प्रमुख घाट बाढ़ के पानी में डूब चुके हैं। वहीं प्रयागराज में भी गंगा यमुना का जलस्तर बढ़ने के चलते प्रशासन ने एहतियातन कदम उठाते हुए स्कूलों में छुट्टी की घोषणा कर दी है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार गंगा नदी खतरे के निशान की तरफ बढ़ रही है। प्रशासन के अनुसार गंगा खतरे के निशान से बस 2 सेंटीमीटर दूर है, 18 सितंबर को गंगा का जलस्तर सुबह 6 बजे तक 71.24 मीटर पर पहुंच गया था। इसके चलते शहर के निचले इलाकों में पानी भर गया है। वहीं ज्यादातर घाट पानी में डूब चुके हैं।
दूसरी ओर प्रयागराज में बाढ़ के चलते गंगा और यमुना नदी के तट से 5 किलोमीटर की दूरी के ग्रामीण क्षेत्र में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। इस दायरे में आने वाले सभी बोर्ड के स्कूल कक्षा 1 से 12 तक और शहरी क्षेत्र के तटीय विद्यालयों में सुरक्षा को देखते हुए 18 सितंबर 2019 से 21 सितंबर 2019 तक शिक्षण कार्य स्थगित रहेगा।
जिलाधिकारी प्रयागराज भानु चंद्र गोस्वामी ने जनपद प्रयागराज में बाढ़ को देखते हुए गंगा एवं यमुना नदी के तट से 5 किलोमीटर की दूरी के ग्रामीण क्षेत्र के समस्त बोर्ड (यूपी बोर्ड/ सीबीएसई / आईसीएससी/ आईएससी) के कक्षा 1 से 12 तक तथा शहरी क्षेत्र के तटीय विद्यालयों में छात्र- छात्राओं की सुरक्षा की दृष्टि से 18 सितंबर 2019 से 21 सितंबर 2019 तक शिक्षण कार्य स्थगित रखने का आदेश दिया है। उन्होंने आदेश का कड़ाई से पालन सुनिश्चित कराने हेतु आदेशित किया है।