उत्तर प्रदेश की अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी एक बार फिर छात्र नेताओं के आपत्तिजनक बयानों के चलते चर्चा में हैं। अलीगढ़ पुलिस ने यहां के एक स्थानीय छात्र नेता फरहान जुबैरी पर गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। जुबैरी पर फ्रांस और ईसाइयों के खिलाफ आपत्तिजनक बयान देने का आरोप है। जुबैर ने अपने भाषण में ईसाइयों पर हुए आतंकी हमले और कल्तेआम को भी जायज ठहराया था।
मामला दर्ज होने के बाद फिलहाल फरहान ज़ुबैरी फ़रार बताया जा रहा है। जुबैरी की तलाश में यूपी पुलिस ताबड़तोड़ छापे मार रही है। लेकिन अभी तक जुबैरी फरार है। पुलिस एफआईआर में दर्ज सूचना के अनुसार जुबैरी कानपुर के बिधनू का रहने वाला है। अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के छात्र जुबैरी ने 29 अक्टूबर को अलीगढ़ के डक पॉइंट से लेकर बाबे सैय्यद गेट तक विरोध मार्च निकाला था। इस दौरान फ्रांस की पत्रिका में छपे मोहम्मद साहब के कार्टून को लेकर ईसाई धर्म के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करते हुए जानमाल के नुकसान की धमकी दी गई थी।
क्या कहा जुबैरी ने
एएमयू छात्र फरहान ने कहा था अगर उनके पैगंबर हजरत मोहम्मद के खिलाफ कोई गुस्ताखी भरी हरकत करेगा को हम उसका सिर कलम कर देंगे। जुबेरी ने एएमयू में भड़काऊ बयान देते हुए आगे कहा कि जिसकी खातिर में जिंदगी में हैं और अगर उनके लिए कोई गलत बात करेगा तो बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जुबैरी ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रां के बयान की भी निंदा की।
यूनियन का पदाधिकारी रह चुका है जुबैरी
फरहान जुबैरी एएमयू स्टूडेंट यूनियन का पदाधिकारी रह चुका है। इस वक्त वह ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन से भी जुड़ा है। फरहान ने एएमयू में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में भी सक्रिय भूमिका निभाई थी।