फर्रूखाबाद: उत्तर प्रदेश के फर्रूखाबाद जिले में एक शातिर अपराधी द्वारा बंधक बनाए गए 23 बच्चों को पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद सुरक्षित छुड़ा लिया। घंटों तक चले इस घटनाक्रम के दौरान बच्चों के परिजनों की सांसें अटकी हुई थीं। पुलिस के मुताबिक, इस घटना के दौरान ही क्रॉस फायरिंग में आरोपी सुभाष की मौत हो गई। वहीं, सुभाष की घायल पत्नी ने भी अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। वहीं, उसकी एक साल की बच्ची को स्थानीय प्रशासन ने सुरक्षित जगह पर भेज दिया है।
मुकदमों को खत्म करने की मांग कर रहा था सुभाष
रिपोर्ट्स के मुताबिक, सुभाष एक शातिर अपराधी था और उसके ऊपर हत्या समेत तमाम संगीन मुकदमे चल रहे थे। आरोपी अपने ऊपर से इन मुकदमों को हटान की मांग कर रहा था। सुभाष को करीब 2 महीने पहले ही जमानत मिली थी और वह बच्चों को बंधक बनाकर प्रशासन को ब्लैकमेल कर रहा था। बता दें कि सुभाष ने सभी बच्चों को बर्थडे के बहाने अपने घर पर बुलाया था और बंधक बना लिया था। वह बच्चों को मारने की धमकी दे रहा था। उसकी मौत के बाद पुलिस को उसके घर से भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद हुए।
CM योगी ने पुलिसवालों के लिए किया इनाम का ऐलान
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ऑपरेशन को कामयाबी के साथ अंजाम देने वाली टीम के लिए 10 लाख रुपये के इनाम का ऐलान किया है। फर्रूखाबाद ऑपरेशन में शामिल हर पुलिसकर्मी को प्रशस्ति-पत्र भी दिया जाएगा। उत्तर प्रदेश पुलिस के डीजीपी ओपी सिंह ने बताया कि ऑपरेशन करीब 8 तक घंटे चला। उन्होंने बताया, 'हमने आरोपी से लगातार बात करने की कोशिश की लेकिन हमें पता चला कि उसके पास फायरिंग की क्षमता है और विस्फोटक भी हैं। वह बम चलाने की धमकी भी दे रहा था।'
चश्मदीद ने कहा, बच्चों को मारने की धमकी दे रहा था
अंशु दुबे नाम के एक चश्मदीद ने घटना के बारे में बताते हुए कहा कि सुभाष लगातार बच्चों को मारने की धमकी दे रहा था। उन्होंने बताया कि आखिर में लोगों ने उसके घर के दरवाजे को तोड़ दिया और उसकी जमकर पिटाई की। अंशु ने बताया कि इसके बाद वह घर के अंदर भाग गया और पुलिस के ऊपर फायरिंग करने लगा। उसने कहा कि जवाब में पुलिस ने भी फायरिंग की और इसी दौरान सुभाष की मौत हो गई।