लखीमपुर खीरी: उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले के दुधवा बफर जोन में बाघ के हमले में एक किसान की मौत हो गई। रिपोर्ट्स के मुताबिक, दुधवा बफर जोन के उत्त री निघासन वन क्षेत्र के मंझारा पूरब के जंगलों में शुक्रवार को 65 वर्षीय एक किसान का शव बरामद किया गया। इस किसान की पहचान प्याोरे लाल के रूप में हुई है। वन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक किसान बाघ (बिग कैट) के हमले का शिकार हुआ। प्याारे लाल का आंशिक रूप से खाया हुआ शव शुक्रवार को बरामद हुआ। वहां बड़ी संख्याा में जंगली जानवर थे।
‘ग्रामीणों को किया गया था सावधान’
बता दें कि मंझारा पूरब के जंगलों में ऐसे हमले की लगातार यह दूसरी घटना है। इससे पहले रविवार को एक किसान ज्ञान सिंह को इसी तरह की परिस्थितियों में बाघ ने मार डाला था जब वह अपने मवेशियों को वापस लाने के लिए जंगलों में गया था। उपनिदेशक दुधवा बफर जोन अनिल कुमार पटेल ने किसान के मारे जाने की पुष्टि की है। पटेल ने इस घटना को बाघों द्वारा किया जाना बताया जिसे लेकर पहले भी क्षेत्र को संवेदनशील बताते हुए ग्रामीणों को सावधान किया गया था।
तेंदुए के हमले में गई थी लड़के की जान
पटेल ने बताया कि आस-पास के गांवों के ग्रामीणों को चेतावनी दी गई थी कि वे अपने मवेशियों को चराने जंगलों में न ले जाएं क्यों कि इससे बाघों को मनुष्यों पर हमलों की आदत पड़ सकती है। उन्होंजने बताया कि वन विभाग के दलों को क्षेत्र में गश्तन करने और ग्रामीणों की निगरानी के लिए लगाया गया था। बता दें कि लखीमपुर खीरी में ही सितंबर के अंतिम सप्ताह में तेंदुए के संदिग्ध हमले में 14 साल के एक लड़के की मौत हो गई थी। ग्रामीणों ने घटना के बारे में बताते हुए कहा कि चंदन मवेशियों के लिए घास काटने खेत में गया था, कि इसी बीच एक तेंदुए ने उस पर हमला कर दिया।