नई दिल्ली: गीताप्रेस गोरखपुर को लेकर सोशल मीडिया पर कुछ मैसेज वायरल हो रहे हैं। वायरल मैसेज में गीताप्रेस गोरखपुर के आर्थिक संकट से गुजरने की बात कही जा रही है। इसके साथ ही लोगों से गीताप्रेस गोरखपुर को सहयोग करने की बात भी कही जा रही है। लेकिन, यहां देखना यह है कि इस वायरल मैसेज में कितनी सच्चाई है? क्या वाकई गीताप्रेस गोरखपुर किसी आर्थिक संकट से गुजर रही है?
दरअसल, गीताप्रेस गोरखपुर के आर्थिक संकट से गुजरने की बात एक ठगी करने का तरीका है। इसकी जानकारी खुद गीताप्रेस गोरखपुर ने बयान जारी करके दी है। गीताप्रेस गोरखपुर ने अपने बयान में कहा, "कुछ संगठित असामाजिक तत्तवों द्वारा गीताप्रेस के आर्थिक संकट के कारण बंद होने की झूठी सूचना सोशल मीडिया पर प्रचारित कर गीताप्रेस के सहयोग के नाम पर लोगों से ठगी की जा रही है।"
बयान में कहा गया, "गीताप्रेस ने कई बार सोशल मीडिया/प्रिंट मीडिया पर इसका खंडन किया है। फिर भी गीताप्रेस के शुभचिंतक भी सही जानकारी के अभाव में इसे गीताप्रेस के हित में जानकर ऐसी झूठी खबर को फॉरवर्ड कर देते हैं। गीताप्रेस का काम रुचारू रूप से चल रहा है। संस्था किसी से भी किसी प्रकार का अनुदान नहीं लेती है।"