नई दिल्ली। एक तरफ कोरोना वायरस देश के अन्य हिस्सों में फैलाने वाले तबलीगी जमात का प्रमुख मौलाना साद पर जांच एजेंसियों का शिकंजा कसता जा रहा है तो वहीं मुरादाबाद के नदीम की बातें पत्थरबाजों को जरूर सुननी चाहिए। मुरादाबाद में अफवाह फैली कि क्वॉरंटीन सेंटर में लोगों को प्रताड़ित किया जाता है, लेकिन क्वारंटीन सेंटर से लौटे मोहम्मद नदीम ने इंडिया टीवी के साथ अपना अनुभव साझा किया।
मोहम्मद नदीम मुरादाबाद के महल सराय इलाके के रहने वाले हैं। इसी इलाके की मस्जिद में दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज से तबलीगी जमात के लोग आए थे, मस्जिद में रुके थे। नदीम और उसके दो साथी मस्जिद में गए, जमात के लोगों के संपर्क में आए, इसलिए प्रशासन की तरफ से इन्हें क्वॉरंटीन सेंटर में रखा गया है। बीते शुक्रवार को मोहम्मद नदीम की कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आई है और उसके बाद मोहम्मद नदीम ने बताया कि क्वारंटीन सेंटर में उसे कैसे रखा गया और कैसा सलूक किया गया।
क्वॉरंटीन सेंटर में रखे गए जमाती मोहम्मद नदीम ने बताया कि 'हम 7 अप्रैल को यहां मुरादाबाद में एमआईटी गर्ल्स कॉलेज के हॉस्टल में क्वारंटीन हुए थे, 7 तारीख से आज हमें यहां आए 10 दिन कंप्लीट हो गए हैं। अल्लाह के फजल से न हमें पानी की परेशानी है न हमें खाने की परेशानी है हमें किसी चीज की परेशानी नहीं है और दूसरी बात कि बाहर ये अफवाहें चल रही हैं कि ब्लड निकाल रहे हैं... या कोरोना का इंजेक्शन लगा रहे हैं या ऐसी वैसी मेडिसिन दे रहे हैं... मेरे भाई ऐसा कुछ नहीं है जिस दिन हम यहां आए हैं उस दिन हमारा एक टेस्ट हुआ है। एक रुई वाली डंडी हमारी नाक में डाली और एक रुई की डंडी हमारे हल्क में डाली और वो सिर्फ टच करके निकाल दी गई उसमें सिर्फ कुछ ही सेकेंड लगे... और ये हमारा सैंपल लेकर चले गए। इसके बाद अल्लाह के फजल से हमारा टेस्ट निगेटिव आया। दरोगा हैं जिन्होंने हमसे बहुत ही एक फ्रेंड बनकर बात करी, जिससे हमारा हौसला बढ़ा और उन्होंने हौसला बढ़ाया, जिससे हमने अपने आप को और आसानी से पेश कर दिया। और मैं शुक्रगुजार हूं... यहां के स्टाफ का... मेडिकल स्टाफ का... प्रशासन का... और पुलिस का और अपनी यूपी गवर्मेंट का... जो इतने अच्छे से हम लोगों को क्वारंटीन करा रही है और अभी तक हमें यहां कोई परेशानी नहीं है। हर चीज हमें टाइम पर मिल रही है, नाश्ते में भी फ्रूट्स वगैरह आता है किसी दिन बटर भी आता है... बहुत अच्छा नाश्ता... बहुत अच्छा खाना तो इसलिए मेरी आप सब लोगों से रिक्वेस्ट है प्लीज किसी भी प्रशासन के ऊपर ऐसा गलत व्यवहार न करें... वो हमारे पर आ रहे हैं सिर्फ हमारे लिए आ रहे हैं। जो लोग प्रशासन, मेडिकल टीम्स और सिविल डिफेंस वगैरह से जो गलत व्यवहार कर रहे हैं... मेरी प्लीज आप लोगों से दरख्वास्त है कि उनके साथ ऐसा न करें... क्योंकि वो लोग अपने घर से दूर रहकर हम लोगों के लिए हमारे घर पर आकर... हमारे चेकअप के लिए अपने साथ लेकर जा रहे हैं प्लीज मेरी आप लोगों से विनती है उनके साथ ऐसा व्यवहार न करें... क्योंकि वो लोग अपने घरों से दूर रहकर अपने बच्चों.. अपनी फैमिली से दूर रहकर हमारे लिए अपनी जान की बाजी लगाते हुए सड़कों पर हमारे घर तक आ रहे हैं और आप लोग खुद सोचिए... अल्लाह न करे हम में कोरोना है और हम उस कोरोना को छिपाकर बैठे हैं या हम सामने नहीं आ रहे तो उसमें हमारा अपना नुकसान है... आप सोचिए अल्लाह न करे अगर हमें कोरोना है.. तो हमारे जरिए हमारी फैमिली को हमारे आस पड़ोस को.. और हमारे जो भी रिश्तेदार... हमसे जो भी मिलेगा तो वो उस कोरोना की चपेट में हमारे जरिए आ जाएगा। तो मेरे भाई हम अपने रिश्तेदार को अपनी फैमिली को खुद मौत के मुंह में धकेल रहे हैं। इसलिए अगर टीम आए तो तुरंत उनके सामने आएं और अपना चेकअप कराएं।'