लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना वायरस संक्रमण के कारण प्रदेश में लागू लॉगडाउन की वजह से जरूरत मंद लोगों तक भोजन समय पर न पहुंचने की शिकायतों का कड़ा संज्ञान लिया है। शनिवार को मुख्यमंत्री ने सभी नोडल अधिकारियों और जिलाधिकारियों से कहा कि मैं यह नहीं सुनना चाहता कि अभी भोजन नहीं पहुंचा है, भोजन पहुंचने में विलंब हुआ तो जिलाधिकारियों की जवाबदेही होगी और उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भोजन पहुंचाने का समय भी तय कर दिया है। उन्होंने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिया है कि सुबह का भोजन 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक पहुंच जाना चाहिए। इसी प्रकार रात का भोजन शाम 6 बजे से 8 बजे के बीच तक पहुंचना सुनिश्चित किया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वह हेल्पलाइन नंबर पर आने वाले प्रतिदिन के कॉल की समीक्षा कर रहे हैं, जिस जिले से ज्यादा लोग परेशानी बताने के लिए फोन कर रहे हैं, उस जिले के जिलाधिकारी के बारे में लॉकडाउन अवधि के पश्चात फैसला लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि 23 करोड़ जनता का हित मेरी पहली प्राथमिकता है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ये सभी जिलों के जिलाधिकारियों की जिम्मेदारी है कि कोई भी व्यक्ति भूखा न सोने पाए। बिना किसी भेदभाव के सभी तक भोजन व राशन पहुंचाना आप सबकी जिम्मेदारी है।