उत्तर प्रदेश के बहुचर्चित खनन घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बड़ी कार्रवाई की है। सहारनपुर खनने घोटाले में सीबीआइ के बाद अब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने भी केस दर्ज कर लिया है। इस मामले में सहारनपुर के पूर्व डीएम पवन कुमार और अजय सिंह पर भी केस दर्ज किया गया है। अब तक ईडी ने राज्य के 8 आईएएस अधिकारियों सहित कुल 11 अफसरों पर एफआईआर दर्ज कर ली है। जिन अधिकारियों पर केस दर्ज हुए हैं उसमें चर्चित अधिकारी बी चंद्रकला भी शामिल हैं। बता दें कि 30 सितंबर को सीबीआई द्वारा एफआईआर दर्ज कर 1 अक्तूबर को सहारनपुर और लखनऊ समेत 11 स्थानों पर छापे मारे गए थे। इसी के बाद प्रवर्तन निदेशालय ने भी केस दर्ज करने के लिए अपने दिल्ली स्थित मुख्यालय से अनुमति मांगी थी। केंद्र से अनुमति मिलने के बाद अब इस मामले में एफआईआर दर्ज कर ली गई है।
ईडी ने सीबीआइ की एफआइआर को आधार बनाकर मनी लांड्रिंग के तहत केस दर्ज कर छानबीन शुरू की है। ईडी इससे पूर्व हमीरपुर, फतेहपुर व देवरिया समेत अन्य जिलों में हुए खनन घोटालों के मामलों में भी केस दर्ज कर चुकी है। प्रदेश के प्रशासनिक अधिकारियों पर यह सबसे बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है। जिन आईएएस अफ़सरो पर एफआईआर दर्ज हुई है, उसमें हमीरपुर की पूर्व डीएम बी चंद्रकला, फतेहपुर के पूर्व डीएम अभय सिंह, देवरिया के पूर्व डीएम विवेक, देवरिया के पूर्व एडीएम देवी शरण उपाध्याय, पूर्व विशेष खनन सचिव संतोष कुमार राय और पूर्व प्रमुख खनन सचिव जीवेश नंदन शामिल हैं। इसके अलावा इस मामले में सहारनपुर के पूर्व डीएम पवन कुमार और अजय सिंह पर भी केस दर्ज किया गया है।
सपा शासनकाल में हुए खनन घोटाले के मामले में सीबीआइ लंबे समय से छानबीन कर रही है। सहारनपुर खनन घोटाले के मामले में दिल्ली सीबीआइ ने 30 सितंबर को सहारनपुर के तत्कालीन डीएम अजय कुमार सिंह व पवन कुमार तथा पूर्व एमएलसी हाजी मु.इकबाल के बेटे मुहम्मद वाजिद समेत 12 आरोपितों के खिलाफ केस दर्ज कर एक अक्टूबर को उनके ठिकानों पर छापेमारी की थी। सीबीआइ ने सहारनपुर के तत्कालीन डीएम अजय कुमार के लखनऊ के गोमतीनगर स्थित आवास से 15 लाख रुपये व दो भूखंडों के कागजात भी बरामद किए थे। ईडी ने अपने केस में दोनों आइएएस अधिकारी समेत सभी 12 आरोपितों के नाम शामिल किए हैं।