गौतमबुद्धनगर: नोएडा-दिल्ली बॉर्डर 13 जुलाई सुबह पांच बजे तक सील हो गए हैं। बॉर्डरों पर केवल आवश्यक सेवाओं में लगे लोगों व वाहनों को आवाजाही की अनुमति रहेगी। नियमों का सख्ती से पालन हो इसके लिए पुलिस विभाग द्वारा बॉर्डर पर ड्रोन के जरिये निगरानी रखी जा रही है। वहीं जिले के अलग अलग हिस्सों में भी ड्रोन से निगरानी रखी जा रही है। नियमों का पालन न करने वालों के विरुद्ध कार्रवाई की जा रही है। बॉर्डर सील होने की वजह से सिर्फ वही लोग और वाहन आवाजाही कर सकेंगे जिनके पास अनुमति पास है। इसके अलावा उन सभी लोगों को पुलिस द्वारा वापस लौटाया जा रहा है जिनके पास अनुमति पास नहीं है। ऐसे ही गुवाहाटी से ग्वालियर जाने वाले एक शख्स को डीएनडी पर चैकिंग के दौरान नोएडा में घुसने की इजाजत नहीं मिली।
एस के शर्मा ने बताया, "ग्वालियर में मेरे पिताजी का ऑपरेशन होना है। जिसके लिए गुवाहाटी से दिल्ली आया हूं और मैं ग्वालियर जा रहा हूं। लेकिन बॉर्डर सील होने की वजह से मुझे वापस लौटना पड़ रहा है। अब हम दिल्ली में ही रुकेंगे और सोमवार को जाएंगे। हमारे पास इसके अलावा कोई और ऑप्शन नहीं हैं।"
वहीं बॉर्डर पर कुछ ऐसे भी लोग हैं जो कि नोएडा के ही निवासी हैं। दिल्ली किसी कारणवश गए थे, लेकिन प्रतिबंध के चलते उन्हें भी बॉर्डर से लौटने के लिए कह दिया गया। बॉर्डर पर खड़े एक शख्स ने बताया, "दिल्ली काम से गया था। लेकिन अब नोएडा में ही एंट्री नहीं मिल रही है, जबकि मैं यहीं रहता हूं।"