उत्तर प्रदेश के आगरा में कोरोना वायरस की स्थिति लगातार खराब होती जा रही है। तमाम कोशिशों के बाद भी आगरा में कोरोना के मामले कम होते नहीं दिख रहे हैं। पहले एक अस्पताल के संक्रमित होने और फिर तबलिगी जमात के लोगों के आने के बाद आगरा यूपी में कोरोना का केंद्र बन गया। आगरा में बिगड़ती स्थिति को देखते हुए राज्य शासन ने मौजूदा मुख्य चिकित्सा अधिकारी यानि सीएमओ डॉ. मुकेश वत्स को पद से हटा दिया है। साथ ही उनकी जगह डॉ. आरसी पांडेय को आगरा का नया चीफ मेडिकल ऑफिसर बनाया है। बता दें कि डॉ. वत्स 30 जून को ही रिटायर होने वाले थे। फिलहाल उन्हें जिलाधिकारी कार्यालय से संबद्ध कर दिया गया है।
राज्य के स्वास्थ्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने आदेश जारी करते हुए कहा है कि आगरा में कोरोना वायरस से संबद्ध परिस्थितियों को देखते हुए डॉ. आरसी पांडेय को आगरा का नया मुख्य चिकित्सा अधिकारी बनाया गया है। इसके साथ ही अपर निदेशक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण (एडी हेल्थ) डॉ. मित्तल को हटा दिया गया है। डॉ. अविनाश सिंह एडी हेल्थ होंगे।बता दें कि डॉ.पांडेय को डॉ.वत्स के रिटायरमेंट के बाद 1 जुलाई से यह पद संभालना था। लेकिन अब उन्हें ये जिम्मेदारी तत्काल प्रभाव से सौंप दी गई है। वहीं मौजूदा सीएमओ को जिलाधिकारी कार्यालय से संबद्ध कर दिया गया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को अपने आवास पर उच्चस्तरीय बैठक में लॉकडाउन व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने आगरा, मेरठ व कानपुर पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर आगरा में प्रमुख सचिव अवस्थापना व औद्योगिक विकास आलोक कुमार और आईजी विजय कुमार की तैनाती की गई है।
इनके साथ स्वास्थ्य विभाग के भी दो-दो वरिष्ठ अधिकारियों की तैनाती की गई है। उन्होंने लॉकडाउन का सख्ती से पालन कराने के निर्देश दिए हैं। पड़ोसी राज्यों की सीमाओं से कोई भी व्यक्ति पैदल न चले, हर हाल में पलायन को रोका जाए। आगरा कोरोना संक्रमितों के मामले में 800 के आंकड़े की दहलीज के करीब पहुंच चुका है।
रविवार देर रात आए आंकड़ों के मुताबिक कुल संक्रमितों की संख्या 752 पहुंच चुकी है। मृतक संख्या 25 और ठीक होकर घर लौटने वालों की तादाद बढ़कर 326 पर है। रविवार को दिनभर में नौ नए पॉजीटिव केस सामने आए। वहीं सेंट्रल जेल में 12 कोरोना संदिग्ध हैं। दरअसल सेंट्रल जेल में झांसी के रहने वाले 60 वर्षीय सजायाफ्ता बंदी को उच्च रक्तचाप और ब्रेन स्ट्रोक होने पर तीन मई को एसएन में भर्ती कराया, यहां कोरोना की पुष्टि के बाद शनिवार को मौत हो गई थी। बंदी के साथ बैरक में 14 अन्य सजायाफ्ता भी निरुद्ध थे। इन सभी को सात मई को ही विशेष बैरक में क्वारंटीन किया जा चुका है।