नोएडा। शहर के औद्योगिक क्षेत्र के बीच बसी हुई जेजे कॉलोनी (झुग्गी बस्ती) में पिछले दिनों कोरोना वायरस के मरीज बड़ी संख्या में मिलने के बाद अब प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने यहां विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के साथ मिलकर 'कंटेनमेंट सर्वे' कराने की योजना बनाई है ताकि कोविड-19 संक्रमित मरीजों की पहचान कर, उन्हें पृथक-वास में भेजा जा सके। शहर के सेक्टर-8, सेक्टर-9 और सेक्टर-10 की झुग्गी बस्तियों में अब तक कोविड-19 से संक्रमित 30 मरीजों की पुष्टि की जा चुकी है। शुक्रवार को भी इन झुग्गियों से कोरोना वायरस के 10 नए मरीज सामने आए।
अधिकारियों के अनुसार शनिवार को भी यहां पर कोविड-19 का एक मरीज मिला है और कई ऐसे मरीज भी हैं जिनके संक्रमण के कारणों के बारे में स्वास्थ्य विभाग के पास पूरी जानकारी नहीं है। इन झुग्गियों में संक्रमण को रोकने के लिए तीन-तीन टीमें काम कर रही हैं जो यहां लोगों से बीमारी के लक्षणों के बारे में पूछ रही हैं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. दीपक ओहरी ने बताया कि झुग्गियों में घर-घर सर्वेक्षण और स्क्रीनिंग शुरू कर दी गई है। उन्होंने कहा कि इन स्थानों पर डॉक्टरों की टीम लगाई गई है जो वहां रहने वाले लोगों में लक्षण के आधार पर बीमारियों का इलाज शुरू करेगी और संदिग्ध मरीजों को पृथक-वास में रखकर उनके नमूने जांच के लिए भेजे जा रहे हैं।
नोएडा में कोरोना के चार और मरीज मिलने के बाद अब यहां कोरोना संक्रमित मरीजों का आंकड़ा 159 पर पहुंच गई है। चिंता की बात यह है कि इनमें से एक सेक्टर-8 स्थित झुग्गी में रहता है। इसके अलावा एक-एक मरीज सेक्टर-66, सेक्टर-48 और चिपयाना के गांव में मिले हैं।
ओहरी के मुताबिक भविष्य में भी इसी तरह यहां जांच अभियान जारी रहेगा। सीएमओ ने बताया की झुग्गियों में रहने वाले प्रत्येक परिवार के कम से कम एक-एक सदस्य के नमूने जांच के लिए भेजे जाएंगे। अन्य लोगों में लक्षण दिखने पर जांच की जाएगी। उन्होंने कहा कि करीब 500 लोगों को पृथक-वास में रखने की तैयारी की जा रही है और 100 से ज्यादा लोगों को पृथक वार्ड में भर्ती किया जा चुका है। अधिकारी ने बताया कि इन क्षेत्रों से न तो किसी को निकलने की अनुमति दी जाएगी और न ही किसी के प्रवेश की इजाजत होगी।