जौनपुर: उत्तर प्रदेश के जौनपुर में 'दोहरा' नाम के मादक पदार्थ ने एक और व्यक्ति की बलि ले ली। जौनपुर के रासमंडल निवासी संतोष जायसवाल की दोहरा खाने की वजह से हुए कैंसर से मौत हो गई। 33 वर्षीय संतोष को दोहरा खाने की लत थी। इस मादक पदार्थ के लगातार सेवन से युवा व्यवसायी संतोष को जीभ का कैंसर हो गया था। संतोष का टाटा मेमोरियल अस्पताल में ईलाज चल रहा था।
आपको बता दें कि 'दोहरा' नाम का यह मादक पदार्थ जौनपुर और आसपास के इलाकों में धड़ल्ले से बेचा जाता है। इसके लगातार सेवन से कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी हो जाती है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, अभी तक इस मादक पदार्थ की वजह से कई जानें जा चुकी हैं। जौनपुर के युवा समाजसेवी विकास तिवारी के मुताबिक, हर साल सैकड़ों लोग इस मादक पदार्थ की वजह से कैंसर का शिकार हो रहे हैं। विकास ने बताया कि प्रशासन भी यह बात मानता है कि दोहरा एक खतरनाक नशा है लेकिन अभी तक इसपर प्रतिबंध लगाने के लिए कुछ नहीं किया गया।
सिर्फ जौनपुर में ही बिकता है दोहरा
विकास तिवारी ने बताया कि जौनपुर में दोहरा नाम का यह नशा अपेक्षाकृत नया है। इसका कारोबार बीते 18-20 सालों से ही हो रहा है। इसे जिस प्लास्टिक के पाउच में पैक किया जाता है वह सिर्फ जौनपुर में ही बनता है। विकास ने बताया कि सस्ता नशा (सिर्फ 10 रुपये में ही पैकेट उपलब्ध) होने की वजह से ज्यादा लोगों तक इसकी पहुंच है और यही वजह है कि कई लोग इसका सेवन दिन में कई बार करते हैं।क्या होता है दोहरा
दोहरा के निर्माण के लिए सुपारी को छीलकर उसे एक वर्तन में 3 दिन तक भिगोकर सड़ाया जाता है। फिर उसमें चूना, कत्था, पिपरमिंट, ब्रास, लौंग और इलायची मिलाई जाती है। बताते हैं कि इसके अलावा इसमें एक विशेष प्रकार का केमिकल भी मिलाया जाता है जिसकी वजह से लोगों को इसकी लत लग जाती है। सुपारी के इस मिश्रण को तंबाकू के साथ मिलाकर खाया जाता है।