लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने देवरिया कांड की सीबीआई जांच कराने का ऐलान किया है। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा कि दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा प्रथम दृष्ट्या जो लोग भी इस मामले में जिम्मेदार पाए गए हैं उनपर कार्रवाई की गई है। डीएम को हटा दिया गया है और चार्जशीट की भी तैयारी की जा रही है। उन्होंने कहा कि जबतक सीबीआई इस जांच को शुरू करती है उससे पहले साक्ष्यों के साथ किसी तरह की छेड़छाड़ न हो इसके लिए एसआईटी का गठन किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रशासन ने समय रहते इस मामले पर ध्यान नहीं दिया और लापरवाही बरती है इसलिए हमने डीएम को हटा दिया और अब उनके खिलाफ चार्जशीट की तैयारी सरकार की तरफ से की जा रही है। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगी और उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाएगी।
योगी ने कहा कि बाल कल्याण समिति ने अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन नहीं किया, इसलिए उसे निलंबित करने का फैसला किया जा रहा है। देवरिया प्रकरण में शासन को आज शाम सौंपी रिपोर्ट को आधार बनाते हुए योगी ने कहा कि 2017 में सरकार ने शेल्टर होम चलाने वाली संस्था की मान्यता को समाप्त कर जिला प्रशासन को इस संस्था को बंद करने और बच्चों को अन्य संस्थाओं में ले जाने का आदेश किया था लेकिन जिला प्रशासन ने नियत समय पर कार्रवाई नहीं की । इस बात को ध्यान में रखते हुए जिलाधिकारी को हटाया गया और उन्हें आरोपपत्र जारी किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कर्तव्य पालन में शिथिलता बरतने वाले जनपद देवरिया के पूर्व जिला प्रोबेशन अधिकारी को तत्काल प्रभाव से निलम्बित करने तथा अन्य के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई भी की गई है। इन्हें भी आरोपपत्र जारी किया जा रहा है। योगी ने कहा कि पुलिस की भूमिका की जांच भी की जाएगी क्योंकि जब जुलाई में एफआईआर हुई थी तो उसके बाद कार्रवाई क्यों नहीं हुई। उन्होंने बताया कि एडीजी गोरखपुर को इस बारे में जांच का आदेश दिया जा रहा है।
योगी ने कहा कि पिछली सरकारों ने बड़ी उदारता से इस संस्था को अनुदान दिया। पिछली सरकारों के कृपापात्र वे लोग थे जिनकी कभी ना कभी प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष संलिप्ततता रही होगी। लापरवाही को देखते हुए जो भी जिम्मेदार हो ... दूध का दूध और पानी का पानी हो जाए ... इसलिए तय किया है कि पूरे प्रकरण को सीबीआई को सौंपेंगे। साथ ही इस दौरान साक्ष्यों के साथ छेड़छाड़ ना हो, इस दृष्टि से डीजीपी क्राइम के नेतृत्व में एक एसआईटी का गठन किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि एसआईटी में दो महिला पुलिस अधिकारी शामिल होंगी। तीन अधिकारियों के नेतृत्व में यह एसआईटी काम करेगी और उत्तर प्रदेश पुलिस की एसटीएफ इन्हें मदद करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि जो बालिकाएं बरामद हुई हैं, उन सभी को वाराणसी में सुरक्षित स्थानांतरित करने का आदेश किया जा चुका है। जो बालक मिले हैं, उन्हें भी बाल संरक्षण गृह में स्थानांतरित करने के आदेश दिये जा चुके हैं।योगी ने साफ किया कि बालिकाओं के बयान और अन्य घटनाक्रम तथा मामले की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए ही इस मामले को सीबीआई को भेजने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने कहा कि दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।