नई दिल्ली. दिल्ली पुलिस अपराध शाखा ने गुरुवार को मौलाना मो. साद कांधलवी मामले को लेकर एक्टिव मोड में आ गई। क्राइम ब्रांच की 6 सदस्यीय एक टीम ने गुरुवार को यूपी के शामली जिले के कांधला कस्बे में मौलाना साद के एक संभावित अड्डे पर छापा मार दिया। दोपहर बाद खबर लिखे जाने तक क्राइम ब्रांच की टीम मौलाना साद के कांधला स्थित फार्म हाउस के अंदर ही मौजूद बताई जाती है।
दोपहर के वक्त IANS से फोन पर बात करते हुए इसकी पुष्टि शामली के पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल ने भी की। उन्होंने बताया, "दिल्ली पुलिस की टीम एक गाड़ी में सुबह करीब 10 बजे थाना कांधला पहुंची। दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच टीम ने रोजनामचा में अपनी आमद दर्ज कराई।"
दिल्ली में भी दिल्ली पुलिस अपराध शाखा के सूत्रों ने मौलाना मो. साद के कांधला स्थित फार्म हाउस पर एक टीम गुरुवार को सुबह सुबह रवाना किए जाने की बात स्वीकारी। शामली जिला पुलिस के मुताबिक, "गुरुवार सुबह के वक्त कांधला कोतवाली में पहुंची दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच की टीम एक कार में सवार थी। एक ड्राइवर के अलावा दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच के पांच अधिकारी और कर्मचारी मौजूद टीम में मौजूद थे।।
कांधला थाना पुलिस के मुताबिक, "रोजनामचा में आमद कराने के बाद दिल्ली पुलिस ने हमारे थाने से कुछ स्टाफ (पुलिसकर्मी) मांगा था। जो हमने मुहैया करा दिया।" कांधला थाना पुलिस के इसी अधिकारी ने आईएएनएस से आगे कहा कि दिल्ली पुलिस अपराध शाखा की टीम दोपहर बाद तक मौलाना मो. साद कांधलवी के फार्म हाउस पर ही मौजूद है।
आईएएनएस के एक सवाल के जबाब में कांधला थाना पुलिस ने कहा, "सुबह करीब साढ़े दस बजे से ही दिल्ली पुलिस की टीम मौलाना साद के फार्म हाउस के अंदर है। अंदर पुलिस वालों को कौन मिला या दिल्ली पुलिस भीतर क्या जांच पड़ताल कर रही है, हमें नहीं मालूम।"
उल्लेखनीय है कि दिल्ली पुलिस अपराध शाखा ने अपने थाने में 31 मार्च 2020 को मौलाना मो. साद कांधलवी और उनके पांच-छह अन्य सहयोगियों के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया था। यह एफआईआर निजामुद्दीन थाने के एसएचओ इंस्पेक्टर मुकेश वालिया के बयान पर दर्ज की गयी थी। बाद में दिल्ली पुलिस अपराध शाखा ने इसी एफआईआर में मौलाना साद और उनके अन्य नामजद साथियों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या की धारा भी जोड़ दी थी।
31 मार्च से अब तक मौलाना साद और दिल्ली पुलिस अपराध शाखा खुद को एक दूसरे के करीब होने का ही दावा करते रहे हैं। इस तमाम कसरत के बाद भी न तो मौलाना साद सीधे सीधे पुलिस के पास पहुंचे न ही पुलिस मौलाना साद के पास सीधे पहुंची। सब कुछ अब तक कागजातों, नोटिसों, वकीलों और संदेश वाहकों के जरिये ही चल-गुजर रहा है।
पूरे मामले पर दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच के आला अफसरान भी मुंह बंद किये बैठे हैं। दिल्ली पुलिस अपराध शाखा के अधिकारी इस बात को लेकर भी भयभीत हैं कि, मौलाना साद के दरबार में (निजामुद्दीन बस्ती स्थित जमात मुख्यालय) एक साथ हजारों की संख्या में भीड़ इकट्ठी करवाने को लेकर दिल्ली पुलिस की छीछालेदर पहले ही बहुत हो चुकी है।
लिहाजा अब जब तक मौलाना साद और उनके साथ एफआईआर में नामजद साथियों के खिलाफ कुछ ठोस हाथ में न आ जाये, तब तक मुंह बंद रखने में ही भलाई है। मौलाना साद और उनके साथियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज होने के बाद से गुरुवार को कांधला में हुई दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच की रेड को पहली और सीधी कार्यवाही कहा जा सकता है।