लखनऊ: दीपावली आने वाली है और इस बार उत्तर प्रदेश गौ-सेवा आयोग लखनऊ तथा राज्य के लोगों को ईको फ्रेंडली दीपावली मनाने के लिए विशेष इंतजाम में लगा है। वह इस बार गोबर और गौ-मूत्र से करीब 1 लाख दिए बनाने की तैयारी में है, जिन्हें लखनऊ के गोमती तट झूले लाल पार्क पे जलाया जाएगा। सिर्फ इतना ही नहीं, आम लोग भी इनका उपयोग बेहद सस्ते दामों में कर सकें, इसके लिए गौ-सेवा आयोग नगर निगम से बात करके शहर में स्टॉल्स लगाएगा।
दरअसल, प्लास्टर ऑफ पेरिस से बनने वाले दिए और मूर्तियों में न सिर्फ प्रदूषण का खतरा रहता है बल्कि दिए कहां खपाए जाएं यह भी एक चुनौती रहती है। इसीलिए, गौ-सेवा आयोग की तरफ से गोबर से मूर्तियों और दियों को फाइनल टच देते समय ही इसमें तुलसी और दूसरे पेड़ों के बीज डाल दिये गए हैं ताकि जहां भी इन दियों और मूर्तियों को डीकंपोज किया जाए, वहां भी कुछ दिन बाद पेड़ निकलने की संभावना रहेगी और इससे ज़रा मात्र भी प्रदूषण नहीं होगा।
ऐसे दिये बनाने में पूरे उत्तर प्रदेश में बड़े स्तर पर महिलाओं को अलग-अलग तरीकों से रोजगार भी दिया जा रहा है, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति भी बेहतर हो सके। महिलाएं भी ऐसे काम से जुड़ के बेहद खुश हैं क्योंकि घर के काम के बाद उनको जो समय मिल रहा है उसमें वह कुछ पैसे भी अपने और परिवार के लिए कमा रही हैं।
जल्द ही लखनऊ के मॉल्स में भी इन गोबर और गौ-मूत्र के दिये तथा मूर्तियों को लाया जाएगा और 1 दिए की कीमत ज्यादा से ज्यादा 2 रुपए होगी ताकि आम लोग भी गौ-सेवा आयोग की इस योजना का लाभ ले सकें। गौ-सेवा आयोग पहले ही साफ कर चुका है कि इससे मिलने वाले हर पैसे को गाय और गौ-शालाओं की बेहतरी के लिए खर्च किया जाएगा ताकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट में हर वक़्त दीपावली जैसा माहौल रहे।