लखनऊ/कानपुर. उत्तर प्रदेश में सत्ता की बागडोर संभालने के बाद शनिवार को इटावा में सैफई के अपने पहले दौरे में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा, "जो लोग 'भाजपा वैक्सीन' का विरोध कर रहे थे, वे अब इसकी प्रशंसा कर रहे हैं और इसे मुफ्त में मांग रहे हैं, यह उनके 'दोहरे चरित्र' को दर्शाता है।"
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कथित तौर पर कोविड-19 टीके का शुरू में विरोध किया था और इसे 'भाजपा वैक्सीन' करार दिया था। सैफई समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का पैतृक निवास स्थान है। सीएम योगी आदित्यनाथ शनिवार को उत्तर प्रदेश के इटावा जिले के सैफई में कोविड अस्पताल में स्वास्थ्य सुविधाओं का जायजा लेने पहुंचे।
पत्रकारों से बातचीत में मुख्यमंत्री ने विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा, 'जो लोग पहले टीके का विरोध कर रहे थे, वे अब खुद ही टीका लगवा रहे हैं, लोग अब टीके के समर्थन में आ गए हैं क्योंकि यह एक सुरक्षा कवच है। मैं सभी से टीकाकरण कराने का आग्रह करता हूं।"
मुख्यमंत्री योगी ने यह भी आश्वासन दिया कि सरकार 10 साल से कम उम्र के बच्चों के माता-पिता को कोविड की संभावित तीसरी लहर से पहले टीका लगाएगी क्योंकि इससे बच्चों पर जोखिम कम होगा। मुख्यमंत्री पहले आयुर्विज्ञान संस्थान पहुंचे जहां उन्होंने कोविड-19 मरीजों से मुलाकात की और ऑक्सीजन की निर्बाध आपूर्ति के लिए यहां नवनिर्मित 1000 लीटर ऑक्सीजन संयंत्र का निरीक्षण किया। बाद में उन्होंने प्रशासनिक भवन में अधिकारियों के साथ बैठक की और अधिकारियों को कोविड के समय में गरीबों को हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए निर्देश दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा, "अगला कदम राज्य भर के सभी जिलों में न्यायिक अधिकारियों और मीडिया कर्मियों के लिए अलग-अलग केंद्र बनाना है।" उन्होंने दावा किया कि राज्य कोविड-19 के खिलाफ अपनी लड़ाई में सफलतापूर्वक आगे बढ़ रहा है। टीकाकरण कार्यक्रम के बारे में योगी ने बताया कि राज्य ने अब तक 1.62 करोड़ टीके की खुराक दी हैं। उन्होंने कहा , "जल्द ही हम पूरे उत्तर प्रदेश में नए ऑक्सीजन संयंत्र स्थापित करेंगे ताकि आने वाले समय में राज्य को ऑक्सीजन की कमी का सामना न करना पड़े।"
इस दौरान उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, लोकसभा सदस्य रामशंकर कठेरिया, भाजपा के कई वरिष्ठ नेता और जिला अधिकारी भी मौजूद रहे। मुख्यमंत्री सैफई से कानपुर के लिए रवाना हो गये। कानपुर यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को कहा कि यह सुनिश्चित करने के प्रयास किए जा रहे हैं कि अगले महीने टीकाकरण की गति तेज हो जाए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इस महीने के अंत तक कोविड-19 संक्रमण की दूसरी लहर पर काबू पा लेगी। उन्होंने कहा कि कानपुर को काले कवक (ब्लैक फंगस) का केंद्र बनाया जाएगा और जिला अधिकारियों को बच्चों के लिए अस्पतालों को पुनर्जीवित करने के लिए आवश्यक निर्देश पहले ही दिए जा चुके हैं।
कानपुर के मेडिकल कॉलेज में 100 बिस्तरों की बाल गहन चिकित्सा इकाई (पीआईसीयू) स्थापित की जाएगी। कानपुर में पत्रकारों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने घोषणा की कि दवाओं की जमाखोरी या कालाबाजारी में लिप्त लोगों की संपत्ति को जब्त कर लिया जाएगा। मुख्यमंत्री कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर को रोकने के इंतजामों का जायजा लेने कानपुर पहुंचे थे।
बाद में मुख्यमंत्री ने बिठूर के परगही बांगर गांव का दौरा किया और वहां कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए की जा रही तैयारियों का जायजा लिया। उन्होंने नवनिर्वाचित ग्राम प्रधान पूनम सिंह से भी मुलाकात की, जिन्हें उन्होंने ईमानदारी से काम करने और अपने गांव को एक आदर्श गांव बनाने का निर्देश दिया। मुख्यमंत्री के शहर पहुंचने से पहले समाजवादी पार्टी के विधायक अमिताभ बाजपेयी समेत समाजवादी पार्टी के नेताओं को पुलिस ने नजरबंद कर दिया था। बाजपेयी ने मुख्यमंत्री से मिलने से रोकने के लिए सरकार और प्रशासन के विरोध में पुलिस की मौजूदगी में अपना सिर मुंडवा लिया।