लखनऊ. उत्तर प्रदेश में कोरोना की रफ्तार कम पड़ने लगी है। लेकिन सोमवार को प्रदेश में मिले 96 मरीजों में से अकेले 28 रोगी सीतापुर में मिले हैं और बीते रविवार को सुलतानपुर में 20 मरीज मिले थे। इस पर मुख्यमंत्री ने चिंता जताई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सुल्तानपुर और सीतापुर जिले में कोरोना संक्रमितों की संख्या में बढ़ोतरी होने के कारणों को तलाशा जाए। उन्होंने दोनों जिलों में विशेषज्ञ चिकित्सकभेजने और पूरी स्थिति की रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए हैं। कहा, संक्रमितों की टैवल हिस्ट्री की जानकारी लेकर इनके संपर्क में आए लोगों की ट्रेसिंग की जाए।
यूपी में करीब एक महीने से ज्यादातर जिलों में इकाई में ही मरीज मिल रहे थे। ऐसे में सीतापुर और सुलतानपुर जिलों में अब रोगियों की केस हिस्ट्री की जांच की जाएगी और यह पता लगाया जाएगा कि बीते दिनों वह कहां-कहां गए थे। इनके संपर्क में आने वाले लोगों की भी आरटीपीसीआर कोरोना जांच कराई जाएगी। फिर डेल्टा प्लस व कप्पा वेरिएंट का पता लगाने के लिए जीनोम सीक्वेंसिंग कराई जाएगी। आगे संक्रमण और न फैले इसके लिए विशेष व्यवस्था की जाएगी।
कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए मुख्यमंत्री ने आगे आठ महीने की विशेष कार्य योजना तैयार करने के भी निर्देश दिए। कोरोना की संभावित तीसरी लहर को देखते हुए चिकित्सा सुविधाओं को बढ़ाने के भी निर्देश दिए।
यूपी में सोमवार को कोरोना वायरस से संक्रमित 96 नए रोगी मिले। अब 1,576 सक्रिय केस हैं। सक्रिय केस के मामले में उत्तर प्रदेश देश में 21 वें स्थान पर है। सर्वाधिक आबादी वाले इस राज्य में दूसरे राज्यों की तुलना में सक्रमण काफी काबू में है। 68 जिलों में कोरोना के 50 से कम रोगी हैं और इसमें से 34 जिले ऐसे हैं, जहां अब 10 से भी कम मरीज हैं। यूपी में अब रिकवरी रेट 98.6 प्रतिशत है और पाजिटिविटी रेट 0.04 प्रतिशत है।