नई दिल्ली: नोएडा में कोरोना संक्रमित मरीजों के ठीक होने की रफ्तार तेज हुई है जिससे जिला प्रशासन ने राहत की सांस ली है। जिले में 15 अप्रैल तक भर्जी सभी संक्रमित व्यक्ति ठीक हो गए हैं। नोएडा के डीएम सुहास एलवाई ने बताया कि ठीक होने वाले 14 और मरीजों को छुट्टी दे दी गई।
डीएम सुहास एल वाई ने ट्वीट कर बताया, "गौतम बुद्ध नगर में 15 अप्रैल तक जो मरीज भर्ती थे, वह ठीक हो गए और उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया। इसी तरह जो मरीज एक मई तक भर्ती हुए हैं, उसमें 90 प्रतिशत ठीक हो गए हैं। आज 14 और मरीजों को किया डिस्चार्ज किया गया। हम सभी को भविष्य के लिए शुभकामनाएं देते हैं।"
बता दें कि नोएडा में रविवार को भी कोरोना वायरस के दो नए पॉजिटिव केस सामने आए। अब जिले में कोरोना संक्रमितों की संख्या 218 हो गई है। हालांकि आधे से अधिक मरीज स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं।
इस बीच ग्रेटर नोएडा स्थित गलगोटिया यूनिवर्सिटी में पृथक किए गए मरीजों को कथित तौर पर घटिया एवं बासी खाना देने वाली सोशल मीडिया पर वायरल हो रही वीडियो के माध्यम से लगाए गए आरोपों का नोएडा के मुख्य विकास अधिकारी अनिल कुमार सिंह ने खंडन किया है।
उन्होंने बताया कि पृथक-वास में रखे गए लोगों को बासी खाना परोसने की बात गलत है। उन्होंने बताया कि जो वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है, वह गलत है। मुख्य विकास अधिकारी ने जनपद के लोगों से अपील की कि उक्त वीडियो पर ध्यान ना दें।
उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन अपने संसाधनों के अंतर्गत गुणवत्ता वाला भोजन पृथक-वास केंद्रों में वितरित करवा रहा है। उन्होंने बताया कि इस तरह की वीडियो से पृथक-वास केंद्रों में खाना उपलब्ध कराने वाले जिला प्रशासन के अधिकारी व कर्मचारियों के मनोबल पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। इससे उनकी कार्य क्षमता भी प्रभावित होगी।
उन्होंने बताया कि मौजूदा समय में जनपद में गलगोटिया यूनिवर्सिटी, गलगोटिया कॉलेज/ हॉस्टल ग्रेटर नोएडा, होटल मोसेक नोएडा, होटल द स्टेलर जिमखाना ग्रेटर नोएडा, होटल रेडिसन नोएडा तथा होटल जिंजर नोएडा को पृथक-वास केंद्र बनाया गया है।