गाजियाबाद (उत्तर प्रदेश)। गाजियाबाद में कोरोना वायरस से संक्रमित और ब्लैक, व्हाइट, येलो फंगस से पीड़ित 59 वर्षीय एक मरीज की मृत्यु हो गयी। मरीज का उपचार कर रहे डॉक्टर ने शनिवार को इस बारे में बताया। शहर के राजनगर इलाके में हर्ष अस्पताल में आंख, नाक, गला (ईएनटी) रोग विशेषज्ञ डॉ बी पी त्यागी ने बताया, ‘‘कुंवर सिंह का इलाज चल रहा था। लेकिन टॉक्सेमिया (खून का विषाक्त होना) की वजह से शुक्रवार शाम साढ़े सात बजे उनकी मृत्यु हो गई।’’
डॉक्टर ने बताया कि सिंह शहर के संजय नगर से वकील थे और कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बाद हाल में उन्होंने उपचार के लिए उनसे संपर्क किया था। त्यागी ने कहा, ‘‘24 मई को एंडोस्कोपी जांच के दौरान उनमें ब्लैक और व्हाइट के अलावा येलो फंगस संक्रमण का भी पता चला था।’’
उन्होंने कहा कि उनके अस्पताल में मुरादनगर के 59 वर्षीय एक अन्य रोगी का भी इलाज चल रहा है, जिसमें येलो फंगस के संक्रमण की पुष्टि हुई है। उन्होंने कहा, ‘‘मुरादनगर के रहने वाले राजेश कुमार के मस्तिष्क के पास फंगस संक्रमण का पता चला। उनका आधा जबड़ा हटा दिया गया है।’’
उन्हें भी टॉक्सेमिया था, लेकिन संक्रमण का स्तर कम था। मरीज का अभी फंगस रोधी उपचार चल रहा है। आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में शुक्रवार को कोरोना वायरस के 1,957 उपचाराधीन मरीज थे और संक्रमण से अब तक 432 लोगों की मौत हुई है।
गाजियाबाद में अब तक ब्लैक फंगस के 65 मामले सामने आए
गाजियाबाद प्रशासन ने शनिवार को कहा कि जिले में अब तक ब्लैक फंगस के 65 मामले सामने आए हैं, जिनमें से एक रोगी की मौत हो गई। गाजियाबाद के जिलाधिकारी अजय शंकर पांडेय ने कहा कि 65 मरीजों में से 31 ठीक हो चुके हैं जबकि 33 का विभिन्न अस्पतालों में उपचार जारी है। गाजियाबाद प्रशासन ने ब्लैक फंगस संक्रमण वाले मरीजों का उपचार करने वाले अस्पतालों से प्रशासन को उनके बारे में सूचित करने को भी कहा है। साथ ही अस्पतालों को इसके उपचार के लिए आवश्यक टीके की जरूरत से भी अवगत कराने को कहा है।