नोएडा: उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़कर 332 हो गई है। 332 में से 176 केस तबलीगी जमात से जुड़े हैं। वहीं नोएडा में कोरोना वायरस का एक मरीज मिला है। पिछले दो दिनो से नोएडा में कोरोना का एक भी पॉजिटिव केस नहीं आया था। जानकारी के मुताबिक कोरोना पॉजिटिव की मरीज महिला लैब टेक्निशियन है। यह महिला दिल्ली की लैब टेक्निशियन के संपर्क में आई थी। दिल्ली की लैब टेक्निशियन पहले ही पॉजिटिव पाई गई थी।
इससे पहले दोपहर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश में कोरोना के 314 मरीजों की पुष्टि की थी। उन्होंने कहा कि यूपी में हालात कंट्रोल में था लेकिन अचानक 4 दिनों के अंदर मामले बढ़ गए हैं। उन्होंने कहा कि तबलीगी जमात से जुड़े सभी लोगो को क्वारंटीन में डाला गया है उनसे जुड़े लोगों की तलाश की जा रही है । उन्होंने कहा कि अबतक इस वायरस से ग्रस्त 25 लोग ठीक हुए है ।
मंगलवार दोपहर प्रमुख सचिव (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य) अमित मोहन प्रसाद ने कहा, कुल कोरोना वायरस मरीजों में तबलीगी जमात के लोगों की संख्या 50 प्रतिशत से ज्यादा है। प्रमुख सचिव ने बताया कि 6073 नमूने लैब में भेजे गए थे जिसमें से 5595 मामले निगेटिव निकले और 314 मामले कोरोना वायरस संक्रमित आए। प्रसाद ने कहा कि लॉकडाउन की वजह से बहुत सारे लोगों को मानसिक तनाव हो रहा है । ऐसे में तय किया गया है कि उनकी काउंसलिंग की व्यवस्था की जाए।
उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की हेल्पलाइन 180 0180 5145 पर लगातार चिकित्सकीय सलाह दी जा रही है लेकिन आज से 100 लोगों का एक ऐसा समूह तैयार किया गया है जो मानसिक तनाव के शिकार लोगों की काउंसलिंग कर सकते हैं। हेल्पलाइन नंबर मिलाने पर ऐसे लोगों की बात काउंसलर से कराई जाएगी।
उन्होंने बताया कि प्रदेश में 10, 000 पृथक बेड तैयार हैं। अब इन्हें विस्तारित करने की रणनीति अपनाई गई है, जिसके तहत अस्पताल के बगल किसी लॉज या हॉस्टल को लिया जाएगा और वहां लक्षण विहीन लोगों को रखा जाएगा ताकि गंभीर मरीजों के लिए पृथक बेड को खाली कराया जा सके । इस प्रकार हम 10, 000 बेड और जोड़ सकेंगे और प्रदेश में 20, 000 लोगों की चिकित्सा व्यवस्था तैयार रहेगी। (इनपुट-भाषा)