लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को अपने आवास पर हुई बैठक में साफ कहा कि पूरे प्रदेश में लॉकडाउन का पूर्णतया पालन हो। सीएम ने कहा कि लॉकडाउन के पालन में किसी भी तरह की कोताही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि तबलीगी जमात से जुड़े हुए लोगों की तेजी से तलाश की जाए और वे जहां मिलें वहां उन्हें तत्काल क्वारंटाइन किया जाए। उन्होंने कहा कि आवश्यकता पढ़ने पर आपात सेवा के लिए रिटायर्ड आर्मी मेडिकल अफसरों के साथ ही साथ पूर्व स्वास्थ्य अधिकारियों और कर्मचारियों की भी सेवा लें।
‘यूपी के नागरिकों की पूरी मदद की जाए’
मुख्यमंत्री ने कहा कि बाहरी राज्यों में मौजूद उत्तर प्रदेश के नागरिकों की पूरी मदद की जाए और उनके भोजन आदि का प्रबंध अवश्य किया जाए। उन्होंने कहा कि संस्थानों के मालिक अपने कर्मचारियों और श्रमिकों के भोजन का हर हाल में प्रबंध करें, और यदि वे नहीं कर पा रहे तो प्रशासन को सूचित करके सभी श्रमिकों और कर्मचारियों के भोजन का इंतज़ाम सुनिश्चित कराएं। योगी ने कहा कि प्रदेश में कोई भी भूखा नहीं रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि राशन वितरण प्रणाली और बैंकों से लेन-देन के दौरान भीड़ इकट्ठा न होने दी जाए और पुलिस एवं होम गार्ड के जवानों की मदद से सारे हेल्थ प्रोटोकॉल पूरे कराएं जाएं।
‘चलाया जाए कम्युनिटी किचन, भोजन के पैकेट बांटे जाएं’
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार के पास उन लोगों का पूरा आंकड़ा मौजूद हैं जिन्हें उत्तर प्रदेश की सीमाओं से प्रदेश के अंदर अलग-अलग हिस्सों में भेजा गया है। इन सभी लोगों को हर हाल में चिन्हित कर लिया जाए इनको हर हाल में क्वारंटाइन में रखा जाए। हर जिले में बड़ी संख्या में आश्रय स्थल बनाया जाएं और जो लोग भी लॉकडाउन का पालन करते हुए न दिखें या आश्रयहीन हों, उन्हें इन आश्रय स्थलों में रखा जाए। जिन आश्रयस्थलों में 100 से ज्यादा लोग हों वहां पर कम्युनिटी किचन शुरू किया जाए और जहां सौ से कम लोग हों वहां उनके लिए भोजन पैकेट का इंतजाम किया जाए।
‘सारे हेल्थ प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन हो’
सीएम योगी ने साथ ही कहा कि हर आश्रयस्थल मैं सारे हेल्थ प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन होना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि तमाम सामाजिक संस्थाएं और लोग इस आपदा के वक्त में लोगों की भोजन आदि से मदद करना चाहती हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों से समन्वय स्थापित करके कुछ आश्रय स्थलों पर इनके माध्यम से भी भोजन पहुंचवाया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि आटा मिलें, दाल मिलें, तेल मिलें सभी हेल्थ प्रोटोकॉल का पालन करते हुए चलवाई जाएं।