लखनऊ. समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने गुरुवार को उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पर आरोप लगाया कहा कि मुख्यमंत्री कोरोनावायरस के संक्रमण को महामारी मानने को ही तैयार नहीं हैं। इससे तो लगता है कि वह इस कहर को लेकर जरा भी गंभीर नहीं हैं। अखिलेश ने यह बात यहां पत्रकारों से बातचीत के दौरान कही।
यूपी के अस्पतालों में नहीं है अच्छी सुविधा- अखिलेश
उन्होंने कहा कि प्रदेश के किसी भी अस्पताल में कोरोना जांच की अच्छी सुविधा नहीं है। न अस्पतालों में न दवाई है ना इलाज मिल पा रहा है। ऐसे में पीड़ित जनता कोरोना से कैसे मुकाबला करेगी। योगी सरकार इसे लेकर गंभीर नहीं दिख रही है।
समाजवादी पार्टी ने आगे बढ़ाए अपने सभी कार्यक्रम
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोनावायरस के चलते सपा अपने सभी कार्यक्रमों को आगे बढ़ा रही है। सब कार्यक्रम निरस्त कर दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि सपा के सभी कार्यकर्ताओं से अपील करता हूं कि लोगों की मदद करें। नवरात्र के बाद अब सब कार्यक्रम होंगे। साईकल चलाने का कार्यक्रम निरस्त कर दिया गया है, तहसील स्तर के भी सभी कार्यक्रम निरस्त हैं। 22 अप्रैल से बाद समाजवादी पार्टी के कार्यक्रम शुरू होंगे।
किसानों के समस्याओं के लिए योगी सरकार को ठहराया जिम्मेदार
उन्होंने कहा कि प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार दमदार निर्णय लेने वाली सरकार नहीं है। यह सरकार किसानों के गन्ने के भुगतान को सबसे पहले गिनाती है। प्रदेश में वर्तमान समय में खाद समेत कई चीजें महंगी हुई हैं। किसान बेहाल है। यूपी में सबसे ज्यादा किसानों ने आत्महत्या की है।
महिला सुरक्षा पर भी सरकार को घेरा
अखिलेश यादव ने कहा कि सरकार को अपना संकल्प पत्र पलटना चाहिए। प्रदेश में गुंडाराज और भ्रष्टाचार चरम पर है। लखनऊ के आसपास ही महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं। सरकार को तीन वर्ष बाद तो इन्वेस्टर समिट की हकीकत बतानी ही चाहिए। जो काम तीन साल में नही हो पाया वो अब क्या होगा।