नई दिल्ली: मुरादाबाद में 11 नए कोरोना पॉजिटिव मिलने से हड़कंप मच गया है। इस 11 लोगों में सरताज का तीसरा भाई भी शामिल हैं। साथ ही मुरादाबाद के जिस नबावपुरा मोहल्ला में 15 अप्रैल को पत्थरबाजी हुई थी, वहां से भी कई लोग कोरोना पॉजिटिव हैं। सीएमओ के मुताबिक 11 लोगों में 5 महिलाएं भी कोरोना की मरीज है। सरताज और सरताज के भाई की मौत हो गई है और इन दोनों का कनेक्शन दिल्ली में जमातियों से मिला है। अब इस परिवार का तीसरा सदस्य भी कोरोना पॉजिटिव मिला है।
मुरादाबाद में पत्थर फेंकने वाले कह रहे थे कि कोरोना के बहाने सरकार परेशान कर रही है, प्रताड़ित कर रही है। कोरोना से हमें हमारा अल्लाह बचा लेगा लेकिन अब जो रिपोर्ट सामने आई है, उससे हड़कंप मच गया है। स्थिति अब ये है कि सरताज के परिवार वालों की रिपोर्ट अब धीरे-धीरे सामने आ रही है और हर कोई अब कोरोना के जाल में उलझता जा रहा है।
मुरादाबाद के नबावपुरा मोहल्ला में रहने वाले सरताज की 13 तारीख को कोरोना की वजह से मौत हो गई। 11 तारीख को सरताज का एक भाई भी संदिग्ध परिस्थितियों में मर चुका है। अब सरताज का तीसरा भाई भी कोरोना पॉजेटिव हो गया है और दो दिन बाद सरताज के परिवार वालों की भी रिपोर्ट आ जाएगी।
पूरे मुरादाबाद में लॉकडाउन है । सरकार यही समझाने की कोशिश कर रही है नबावपुरा मोहल्ला के लोगों को कि अगर एक भी कोरोना मरीज इस मोहल्ले में रह गया तो फिर कोई नहीं बचा पाएगा। दिल्ली से लौटने के बाद सरताज इस मोहल्ले में आराम से घूमता रहा, मस्जिद में लोगों को खाना खिलाता रहा। सरताज के सारे परिवार वाले अब क्वरांटिन हो चुके हैं । 15 अप्रैल को भी मेडिकल टीम सरताज के भाईयों के परिवार वालों को ही लेने गई थी लेकिन लोगों ने धर्म और अंधविश्वास के चक्कर में डॉक्टरों को अपना दुश्मन समझ लिया।
हाजी नेब की मस्जिद का इलाका कोरोना के कारखाने में बदलता जा रहा है और लोगों को लग रहा है कि डॉक्टरों और पुलिस वालों से लड़कर हम कोरोना से जंग जीत लेंगे। कल सलमान खान ने भी उन लोगों को समझाया है जो देवदूत पर पत्थर फेंक रहे थे। मुरादाबाद में अब तक 17 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है और बाकी पत्थरबाजों की तलाश हो रही है। सरकार ने भी कहा है एक भी पत्थरबाजों को छोड़ा नहीं जाएगा। एनएसए के तहत कार्यवाई भी होगी और नुकसान की भरपाई भी होगी।