गौतमबुद्ध नगर: ग्रेटर नोएडा स्थित एक निजी अस्पताल को मंगलवार को जिला प्रशासन ने सील कर दिया। अस्पताल पर आरोप है कि उसने अपने यहां दाखिल एक कोरोना पॉजिटिव की सूचना जिला प्रशासन को नहीं दी थी। जिला प्रशासन सूत्रों ने बताया कि संजीवनी अस्पताल को फिलहाल 48 घंटे के लिए सील किया गया है। अस्पताल पर आरोप है कि उसे अपने यहां मौजूद एक कोरोना पॉजिटिव की जानकारी थी। यह जानकारी अस्पताल प्रबंधन को तत्काल जिला प्रशासन को देनी थी, ताकि कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद बरती जानी वाली तमाम सावधानियां अमल में लाई जातीं।
जिला प्रशासन के मुताबिक, संजीवनी अस्पताल ग्रेटर नोएडा के गामा-1 सेक्टर में स्थित है। आगे की जांच की जा रही है। साथ ही संबंधित कोरोना पॉजिटिव को डॉक्टरों ने अपनी निगरानी में ले लिया है।
दूसरी तरफ प्रदेश में योगी सरकार ने सभी निजी अस्पतालों को तत्काल खोलने के निर्देश दिए हैं। लॉकडाउन के कारण ज्यादातर निजी अस्पताल बंद चल रहे हैं। इसके पीछे अस्पताल संचालक स्टाफ के आने-जाने की दिक्कतों का हवाला दे रहे हैं, जबकि आवश्यक सेवाओं के तहत अस्पतालों के खुलने पर रोक नहीं है।
राज्य सरकार ने सभी जिलों के डीएम को इस संबंध में सोमवार रात को आदेश जारी किया है। आदेश में निजी अस्पतालों के न खुलने पर कार्रवाई करने की बात कही गई है। मुख्य सचिव आर.के तिवारी ने कहा कि सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए अस्पतालों में मरीजों का इलाज हो सकता है। अस्पतालों में निश्चित समय के लिए मेडिकल स्टाफ और दवाओं की उपलब्धता जरूरी है।