लखनऊ. उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण के पाजिटिव मामलों की संख्या रविवार को 480 हो गयी। प्रमुख सचिव (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य) अमित मोहन प्रसाद ने रविवार को यहां संवाददाताओं को बताया, ''राज्य में कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या 480 है जो 41 जिलों से हैं।'' उन्होंने बताया कि नमूनों की जांच करने की व्यवस्था में काफी प्रगति हुई है। कल 1,640 नमूनों की जांच की गयी। शुरू में डेढ़ सौ से दो सौ नमूनों की जांच हो पा रही थी, जिसे बढ़ाकर आठ सौ किया गया। अब यह संख्या 1,600 को पार कर गई है और जल्द ही रोजाना नमूनों की जांच की संख्या 2000 के पार हो जाएगी।
प्रसाद ने बताया कि कल से चिकित्सा विभाग की वेबसाइट पर स्वैच्छिक पंजीकरण शुरू कर रहे हैं। इसमें वे चिकित्सक जिनके पास समय है और वे टेली सलाह (फोन के जरिये)देना चाहते हैं, पंजीकरण करेंगे। काल सेंटर 1800-180-5145 पर घर से कॉल कर सलाह ली जा सकती है। इसके लिए परामर्शदाता लगाये गए हैं जो उनकी बात लोगों से कराते हैं। हम सरकारी और सेवानिवृत्त चिकित्सकों का पूल बनाकर उनकी सेवाएं लेंगे।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की चिन्ता है कि जो भी आकस्मिक सेवा के लिए आता हो, उसे सभी सेवाएं उपलब्ध हों। आगरा में डॉक्टर संक्रमित हो गये। इसकी वजह से पूरी टीम को पृथकवास में जाना पड़ा। इसलिए तय किया गया है कि कोरोना संक्रमण के मामले जिन जिलों से आये हैं, वहां कल से चार से छह बजे के बीच डॉक्टर एवं चिकित्सा कर्मी प्रशिक्षण प्राप्त कर सकेंगे
प्रमुख सचिव ने बताया कि अस्पताल के पृथक वार्ड में भर्ती मरीजों की संख्या 576 है जबकि पृथक केंद्रों में यह संख्या 8,084 है। अपर मुख्य सचिव गृह एवं सूचना अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि पहले चरण में 133 अत्याधिक संक्रमित स्थान (हॉटस्पॉट) को चिन्हित करके कार्रवाई की गई है। अब तक 1,57,635 मकानों और 10,61,586 व्यक्तियों को चिह्नित किया गया है। इन संक्रमित स्थानों पर 342 कोरोना वायरस संक्रमित मिले हैं एवं 3,244 कोरोना संदिग्ध व्यक्तियों में से 2,986 व्यक्तियों को संस्थागत पृथकवास में रखा गया है। उन्होंने बताया कि द्वितीय चरण में 59 अत्याधिक संक्रमित स्थानों को चिह्नित करके कार्रवाई की गई है। इसके तहत अबतक 1,43,708 मकानों और 9,02,920 व्यक्तियों को चिह्नित किया गया है। इन अत्याधिक संक्रमित स्थानों पर 75 कोरोना वायरस से संक्रमण के मामले आए हैं जबकि 939 व्यक्तियों को संस्थागत पृथकवास में रखा गया है।
अवस्थी ने बताया कि प्रदेश के चिह्नित अत्याधिक संक्रमित स्थानों पर रहे लोगों को 1,085 ‘‘डोर स्टेप डिलिवरी मिल्क बूथ एवं मैन’’ के द्वारा दूध वितरित किया जा रहा है। फल एवं सब्जी वितरण के लिए कुल 1,803 वाहन लगाये गये हैं इन क्षेत्रों में 1,913 व्यक्तियों एवं 1,447 प्रोविजनल स्टोर के माध्यम से आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति की जा रही है। इन स्थानों के लिए 110 सामुदायिक रसोईघर संचालित हैं। उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन की अनुमति के बिना कोई भी व्यक्ति या संस्था खाने के पैकेट्स का वितरण नहीं करेगा। बिना अनुमति के खाने के पैकेट्स बांटने पर सम्बंधित के विरूद्ध विधिक कार्यवाही की जायेगी। अवस्थी ने बताया कि प्रदेश में 908 सरकारी तथा 1,975 स्वैच्छिक सामुदायिक रसोईघर के माध्यम से 12,26,835 लोगों को खाने के पैकेट्स वितरित किये गये हैं।
उन्होंने बताया कि खाद्यान्न वितरण योजना के तहत निःशुल्क श्रेणी में 1,27,42,073 राशन कार्डों के सापेक्ष (अन्त्योदय की संख्या सहित) 1,02,12,483 कार्डों पर खाद्यान्न वितरित किया गया है। इसके अतिरिक्त प्रदेश में प्रचलित कुल 3,56,39,544 राशन कार्डों के सापेक्ष 2,78,82,410 कार्डों पर खाद्यान्न का वितरण किया गया। प्रदेश में घर-घर सामान पहुंचाने की व्यवस्था के अन्तर्गत 21,353 स्टोर क्रियाशील हैं, जिनके माध्यम से 49,026 डिलीवरी मैन आवश्यक सामग्री निरंतर पहुंचा रहे हैं। अवस्थी ने बताया कि फल एवं सब्जी वितरण व्यवस्था के अन्तर्गत कुल 42,715 वाहनों की व्यवस्था की गयी है। इसी क्रम में कुल 51.94 लाख लीटर दूध उपार्जन के सापेक्ष 33.72 लाख लीटर दूध का वितरण 19,688 डिलीवरी वैन के माध्यम से किया गया है।
अवस्थी ने बताया कि कोरोना वायरस के दृष्टिगत प्रदेश में लॉकडाउन अवधि में पुलिस विभाग द्वारा की गयी कार्यवाही में अब तक धारा 188 के तहत 15,378 लोगों के विरूद्ध प्राथिमिकी दर्ज की गई। अब तक कुल 38,036 लोग गिरफ्तार किये गये। उन्होंने बताया कि प्रदेश में अब तक 15,21,946 वाहनों की गहन जांच में 21,444 वाहन जब्त किये गये। जांच अभियान के दौरान 6,31,00,284 रूपये का जुर्माना वसूल किया गया। आवश्यक सेवाओं हेतु कुल 1,48,778 वाहनों के परमिट जारी किये गये हैं। उन्होंने बताया कि कालाबाजारी एवं जमाखोरी करने वाले 484 लोगों के खिलाफ 385 प्राथमिकी दर्ज करते हुए 168 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
अवस्थी ने बताया कि प्रदेश सरकार फर्जी खबरों पर कड़ाई से नजर रख रही है। फर्जी खबर के तहत अब तक 201 मामलों का संज्ञान में लेते हुए साइबर प्रकोष्ठ को सूचित किया गया है जो जांच के बाद कार्यवाही सुनिश्चित करेगा। अवस्थी ने बताया कि दिल्ली के निजामुद्दीन में आयोजित धार्मिक कार्यक्रम सम्मिलित होकर प्रदेश के विभिन्न जनपदों में आए 2,461 लोगों को चिह्नित कर 2,267 व्यक्तियों को पृथक किया गया है। उन्होंने बताया, ‘‘एक फरवरी, 2020 के बाद तबलीगी जमात के 325 विदेशी सदस्य जो प्रदेश के विभिन्न जनपदों में आये और मौजूद हैं, सभी का चिकित्सकीय परीक्षण करके पृथक रखा गया है। तबलीगी जमात के 44 विदेशी सदस्यों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है तथा 259 पासपोर्ट जब्त किये गये हैं। 66 व्यक्ति नेपाली नागरिक हैं।’’ अवस्थी ने बताया कि उत्तर प्रदेश भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड की श्रमिक भरण-पोषण योजना के तहत निर्माण कार्यों से जुड़े 12.41 लाख श्रमिकों के खाते में एक-एक हजार रुपये की धनराशि आरटीजीएस के माध्यम से भेजी गई है।
उन्होंने बताया, ‘‘इसके अतिरिक्त नगरीय क्षेत्र के 4.40 लाख श्रमिकों एवं ग्रामीण क्षेत्र के 3.12 लाख निराश्रित व्यक्तियों को भी एक-एक हजार रुपये की धनराशि का भुगतान किया जा चुका है।’’ अवस्थी ने यह भी बताया कि प्रदेश की 33,031 कारखानों से सम्पर्क किया गया, जिनमें 30,328 द्वारा अपने श्रमिकों को वेतन का वितरण कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में अब तक 5,281 औद्योगिक इकाईयां चालू हो गई हैं। अवस्थी ने बताया कि राजस्व विभाग की उप समिति द्वारा आश्रय स्थल की संख्या 5,241 हो गयी है जिनमें अब तक रहने वालों की संख्या 1,25,989 है।
इस बीच प्रसाद ने बताया कि कुल कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों में से 45 ठीक हो चुके हैं। उन्होंने बताया कि राज्य में संक्रमित कुल मरीजों में 270 तबलीगी जमात के सदस्य हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश में कोविड-19 की जांच के लिए प्रयोगशाला की संख्या बढ़कर 14 हो गई है। अब तक 11,821 लोगों की जांच की गई है जिनमें से 11,341 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। अवस्थी ने बताया कि पूरे प्रदेश में 931 जीवन रक्षक प्रणाली युक्त बिस्तर हैं, पृथकवार्ड में 9,442 में बिस्तर हैं जबकि 12,119 पृथकवास बेड भी पूरी तरह से तैयार हैं। उन्होंने बताया कि पूरे प्रदेश में 8,084 लोगों को चिकिस्तीय पृथकवास में रखा गया है।