चित्रकूट: उत्तर प्रदेश के चित्रकूट जिले में बृहस्पतिवार की शाम को दिल्ली से गांव लौटे एक प्रवासी मजदूर की मौत हो गई। प्रवासी मजदूर पीर अली दिल्ली में सुरक्षा गार्ड की नौकरी कर रहा था। किराये के वाहन से बेटे के साथ बृहस्पतिवार की शाम गांव पहुंचते ही घर से चंद कदमों की दूरी पर उसकी मौत हो गई है। वह क्षय रोग (टीबी) से पीड़ित था।
पहाड़ी थाने के प्रभारी निरीक्षक (एसएचओ) सुशीलचन्द्र शर्मा ने शुक्रवार को बताया, ‘‘दिल्ली से लौटे प्रवासी मजदूर पीर अली (45) की गांव पहुंचते ही घर से चंद कदमों की दूरी पर मौत हो गई है।’’ मृतक के परिजनों के हवाले से उन्होंने बताया कि पीर अली पहले से क्षय रोग (टीबी) से पीड़ित था और दिल्ली के आनन्द विहार में एक कंपनी में सुरक्षा गार्ड की नौकरी कर रहा था। लॉकडाउन की वजह से कंपनी बंद हो गई और उसकी नौकरी चली गई थी। किसी तरह वह किराये के वाहन से अपने बेटे इलाही के साथ बृहस्पतिवार को गांव पहुंचा था। वाहन से उतरते ही वह जमीन में गिर कर बेहोश हो गया और उसकी मौत हो गई।
एसएचओ ने बताया, ‘‘स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने कोरोना वायरस की जांच के लिए उसका नमूना ले लिया है और परिजनों ने उसका अंतिम संस्कार कर दिया है।’’ जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. विनोद कुमार ने बताया, ‘‘पीर अली के शव का और उसके बेटे इलाही का नमूना लेकर कोरोना वायरस की जांच के लिए प्रयागराज भेजा गया है। फिलहाल परिवार के अन्य सदस्यों को पृथक-वास की हिदायत दी गई है।’’
उन्होंने बताया कि इससे पहले सरैंया गांव और पथनौड़ी गांव में लौटे एक-एक प्रवासी मजदूर की मौत हो चुकी है, जो बाद कोविड-19 से संक्रमित पाए गए।