अलीगढ़। CAA को लेकर पूरे देश में चर्चाओं का दौर चल रहा है। देशभर में कई संगठन इस कानून का विरोध कर रहे हैं। विरोध के बीच कई बार सियासत से जुड़े लोग अपनी रोटियां सेंकने के लिए विवादित बयान दे देते हैं। कुछ ऐसा ही बयान दिया है AMU छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष फैजुल हसन ने। फैजुल हसन ने सीएए विरोधी एक प्रदर्शन के दौरान कहा कि सब्र की अगर सीमा देखना चाहते हैं तो 1947 के बाद 2020 तक हिंदुस्तानी मुसलमानों के सब्र की सीमा देखिए। कभी कोशिश नहीं की कि हिंदुस्तान टूट जाए वरना हम उस कौम से हैं कि अगर बर्बाद करने पर आए तो छोड़ेंगे नहीं किसी देश को इतना गुस्सा है।
फैजुल हसन ने गृह मंत्री अमित शाह को डिबेट करने का चैलेंज भी दिया। फैजुल ने कहा कि अमित शाह आएं और हमारे 12वीं क्लास के स्टूडेंट के साथ डिबेट करें। उम्मीद है वो जीत नहीं पाएंगे। वो पांच प्वाइंट भी दे दें तो मैं उनके साथ खड़ा हो जाऊंगा प्रोटेस्ट करूंगा CAA के पक्ष में।