लखनऊ। उत्तर प्रदेश धर्मांतरण मामले में जहांगीर और उमर गौतम की गिरफ्तारी के बाद नए खुलासे हो रहे हैं। जैसे-जैसे धर्म परिवर्तन के धंधेबाजों से पूछताछ आगे बढ़ रही है, वैसे-वैसे नई बातें पता चल रही हैं। पहले धर्मांतरण के रैकेट में विदेशी फंडिंग की बात आई, फिर इस रैकेट से हिंदुस्तान के मोस्ट वांटेड जाकिर नाइक से तार जुड़ने लगे और अब मोहम्मद उमर गौतम और काजी जहांगीर आलम का कनेक्शन आतंकी संगठनों से जुड़े होने का आरोप लगा है।
सूत्रों के अनुसार मोहम्मद उमर गौतम आतंकी संगठनों से मिलकर धर्मांतरण का खेल खेल रहा था और इसके लिए उसने देशभर में 60 से ज्यादा दावाह सेंटर देश में खोले गए थे। आरोप है कि उमर गौतम के दावाह केंद्र धर्म परिवर्तन और आतंकियों को तैयार करने के अड्डे बन गए थे। आरोप यह भी है कि मूक बधिर बच्चों का धर्म परिवर्तन कराकर उन्हें जेहादी गतिविधियों में इस्तेमाल किए जाने की साजिश चल रही थी।
नोएडा के सेक्टर-117 का ये मूक बधिर स्कूल है, जहां धर्मांतरण के दो मामले सामने आये और स्कूल को बंद कर दिया गया, लेकिन जब जांच शुरू हुई तो पूरा सच सामने आने लगा। पता चला हिंदू ही नहीं मौलाना उमर गौतम का गैंग ईसाई, जैन और सिख परिवारों के बच्चों का भी बड़ी संख्या में धर्मांतरण करा चुका है। मूक बधिर बच्चे इनके टारगेट पर होते थे और इन बच्चों को अलग तकनीक से तैयार किया जाता था। इनके अपने टीचर होते थे और वही टीचर जेहाद का बुनियाद रखते थे।
उत्तर प्रदेश के फतेहपुर की टीचर कल्पना सिंह फतेहपुर के एक बड़े स्कूल नुरुल हुदा में पढ़ाती थीं। उन्होंने बताया कि फरवरी 2020 में मोहम्मद उमर दिल्ली और मुंबई से करीब 20-25 मौलाना को लेकर फतेहपुर आया था और जब तक स्कूल में बच्चों के बीच बोलता रहा, तब तक भगवान राम की बुराई करता रहा। कल्पना सिंह के अनुसार उन्होंने जब इसका विरोध किया तो स्कूल वालों ने नौकरी से निकाल दिया। आरोप है कि उस स्कूल में हिंदू बच्चों को जबरन नमाज पढ़ना सिखाया जाता था तथा हिंदू देवी-देवताओं की बुराई करते थे।
अब जांच एजेंसियां हर शिकायतों को जोड़ने की कोशिश कर रही है। उत्तर प्रदेश एटीएस ने एक मोबाइल नंबर जारी किया और ऐसे लोगों से उस मोबाइल नंबर पर अपनी जानकारी देने के लिए कहा गया है जिनका जबरन धर्म परिवर्तन कराया गया है। एटीएस मुख्यालय का मोबाइल नंबर 9792103156 है। अब तक की पूछताछ से स्पष्ट है, धर्मांतरण वाले खेल में कई खिलाड़ी हैं और यह धंधा आज से नहीं कई सालों से चल रहा था। इनका ठिकाना सिर्फ एक शहर या एक ज़िला या फिर एक राज्य नहीं है बल्कि धर्म परिवर्तन कराने वाले ठेकेदार देश के लगभग 25 राज्यों में फैले हैं।