लखनऊ: उत्तर प्रदेश एवं बिहार के लोगों के साथ गुजरात में की गई मारपीट का रिएक्शन सूबे की राजधानी लखनऊ में देखने को मिला। यहां रविवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी को उनके राज्य से उत्तर प्रदेश तथा बिहार के मूल निवासियों को निकाले जाने के विरोध में काले झंडे दिखाने की कोशिश की। कांग्रेस पार्टी के कुछ कार्यकर्ताओं ने रूपाणी को उस समय काले झंडे दिखाने की कोशिश की जब उनका काफिला यहां VIP गेस्टहाउस क्षेत्र से गुजर रहा था।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुलिस ने झंडे दिखाने की कोशिश कर रहे इन कार्यकर्ताओं को पकड़ लिया और वे अपने मकसद में कामयाब नहीं हो पाए। कार्यकर्ता ‘विजय रूपाणी वापस जाओ’ और ‘विजय रूपाणी मुर्दाबाद’ के नारे लगा रहे थे। रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुलिस ने कई कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया और बाद में उन्हें रिहा भी कर दिया। आपको बता दें कि रूपाणी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को 31 अक्टूबर को गुजरात में नर्मदा नदी के किनारे सरदार वल्लभभाई पटेल की ‘स्टैच्यू आफ यूनिटी’ के अनावरण समारोह में आमंत्रित करने के लिए शाम में लखनऊ पहुंचे थे।
गुजरात में पिछले दिनों उत्तर भारतीयों के खिलाफ लगातार हमले हुए थे। पहले इन हमलों के पीछे साबरकांठा में एक बच्ची के कथित बलात्कार में किसी बिहारी युवक का गिरफ्तार होना बताया गया, लेकिन बाद में गुजरात के कांग्रेस विधायक अल्पेश ठाकोर का कथित भड़काऊ वीडियो वायरल हुआ। इस वीडियो में अल्पेश ठाकोश स्थानीय निवासियों को बाहरियों के खिलाफ कथित तौर पर भड़काते हुए देखे गए। वहीं, हमलों में गिरफ्तार कई लोगों के ठाकोर सेना से संबंध पता चलने के बाद अल्पेश पर हमले और तेज हो गए। हालांकि अल्पेश ने इस घटना में अपना या अपनी ठाकोर सेना का हाथ होने से इनकार किया है।
वीडियो: लखनऊ में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने रूपाणी को दिखाए काले झंडे