नई दिल्ली: आज कांग्रेस पार्टी ने पूरे देश में सामाजिक सद्भाव की रक्षा और उसे बढ़ाने के नाम पर उपवास का आयोजन किया। पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में पार्टी के हर जिला मुख्यालय पर कार्यकर्ताओं ने उपवास किया। राहुल गांधी ने शुक्रवार को पार्टी नेताओं को समाज के विभिन्न समुदायों के बीच सद्भाव की रक्षा करने और उसे बढ़ाने के लिए नौ अप्रैल को देश भर में व्रत का आयोजन करने के लिए कहा था।
राहुल पर बीजेपी का पलटवार
वहीं, दलित हिंसा के खिलाफ राहुल गांधी के राजघाट पर उपवास पर बीजेपी ने हमला बोला। बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि आज राहुल गांधी खुद हार गए, वह उपवास का उपहास उड़ा रहे हैं। आज जिस प्रकार से राहुल गांधी ने उपवास के माध्यस से दलितों का उपहास किया है 2019 में जनता उन्हें जवाब दे देगी। सिर्फ कांग्रेस की राजनीति चमकाने की कोशिश हो रही है। उन्होंने राहुल पर तंज कसते हुए कहा, 100 भटूरे खाकर कांग्रेस उपवास पर चली।
Updates:
- 2019 में बीजेपी को चुनाव हराएंगे- राहुल गांधी
- दलितों के खिलाफ बीजेपी की सोच का विरोध- राहुल गांधी
- मोदी सरकार हिंसा फैलाए देश बर्दाश्त नहीं करेगा- राहुल गांधी
- राजघाट पर उपवास के बाद बोले राहुल गांधी, हम लोकतंत्र की रक्षा कर रहे है
- कर्नाटक में 358 दलितों की हत्या हुई - संबित पात्रा
- कर्नाटक में दलितों के उत्पीड़न पर जवाब दें राहुल गांधी- संबित पात्रा
- राहुल गांधी सत्याग्रह नहीं मिथ्याग्रह कर रहे हैं- संबित पात्रा
- आंबेडकर के नाम पर राजनीति कर रही है कांग्रेस- संबित पात्रा
- उपवास के नाम पर उपहास कर रहे हैं राहुल गांधी- संबित पात्रा
- 'जिस तरह से दंगे भड़काए गए और हजारों सिखों को जिंदा जलाया गया, वह हम सबने देखा है। आज उस दंगे के आरोपी ही शांति के प्रतीक महात्मा गांधी की समाधि राजघाट पहुंच गए।'
- सज्जन कुमार और जगदीश दाइटलर को राजघाट से वापस भेजने के मुद्दे को बीजेपी ने लपक लिया है। पार्टी प्रवक्ता संबित पात्रा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा है।
- राहुल गांधी ने महात्मा गांधी के समाधि स्थल पर जाकर उन्हें पुष्प चढ़ाए हैं।
- राहुल गांधी राजघाट पहुंच चुके हैं। उनके साथ दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन, महासचिव अशोक गहलोत और पी सी चाको नजर आ रहे हैं।
- कांग्रेस पार्टी के मीडिया प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने इस मौके पर मीडिया से बात करते हुए कहा है कि मोदी सरकार में आपसी भाईचारा और सांप्रदायिक शांति को खतरा है। वो देश को बांटना चाहते हैं। इसलिए ये कांग्रेस पार्टी का कर्तव्य है कि ऐसी शाक्तियों के खिलाफ लड़ें। इसलिए हम सब इकट्ठे हुए हैं।
- पहले दोपहर 12 बजे से उपवास शुरू होने की जानकारी सामने आ रही थी लेकिन दोपहर के 12.30 हो जाने के बाद भी राहुल गांधी का उपवास शुरू नहीं हो पाया है।
- दोनों नेताओं पर 1984 के सिख विरोधी दंगों का आरोप है।
- राहुल गांधी के उपवास से पहले ही विवाद हो गया है। दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन के आदेश के बाद से राजघाट से सज्जन कुमार और जगदीश दाइटलर को वापस भेज दिया गया है।
- राहुल गांधी सिर्फ 2 घंटे दोपहर 12 बजे से 2 बजे तक उपवास रखेंगे।
कांग्रेस ने केंद्र और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की प्रदेश सरकारों पर दो अप्रैल को हुई हिंसा को रोकने में असमर्थ होने का आरोप लगाया है। पार्टी ने भारतीय जनता पार्टी पर दलित विरोधी मानसिकता का आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र और प्रदेश की भाजपा सरकार समाज को जातियों एवं वर्गों में बांटने का काम कर रही है। एक पार्टी के निजी स्वार्थ के कारण देश का सामाजिक ताना-बाना बिगड़ जाए, यह किसी को मंजूर नहीं है। सत्ता जनता की भलाई के काम करने के बजाय अपनी विचारधारा थोपने में लग जाए, यह बेहद खतरनाक स्थिति है। जबसे केंद्र एवं प्रदेश में भाजपा सत्तासीन हुई है, अनुसूचित जाति/जनजाति के हितों पर लगातार कुठाराघात किया जा रहा है।
दलितों पर लगातार उत्पीड़न बढ़ रहे हैं। कांग्रेस पार्टी सदैव सामाजिक सौहार्द एवं भाईचारा पर बल देती रही है। देश के माहौल में आया फर्क जनता महसूस कर रही है और दहशत में है। न्यू इंडिया बनाने के ऐसे तरीकों को जनता पसंद नहीं करती, इसलिए जनता की आवाज उठाना जरूरी है। राहुल गांधी स्वयं आज राजघाट जाकर उपवास करेंगे। राहुल का उपवास सुबह दस बजे से शाम चार बजे तक चलेगा। इससे पहले मायावती और कई बीजेपी सासंद भी दलित उत्पीड़न की बात कह चुके हैं।