लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा में कांग्रेस विधायक दल के पूर्व नेता प्रदीप माथुर ने शनिवार को दावा किया कि भारत की सबसे पुरानी पार्टी आगामी विधानसभा चुनाव में 100 सीटें जीतेगी। उन्होंने कहा कि राजनीति में भी चमत्कार होता है। माथुर ने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ता चाहते हैं कि अगले चुनाव में प्रियंका गांधी पार्टी का चेहरा हों, क्योंकि वे (कार्यकर्ता) उनमें दिवंगत नेता इंदिरा गांधी की झलक देखते हैं। माथुर ने शनिवार को कहा, ‘अगर सब कुछ ठीक रहा तो मुझे लगता है कि हमें 100 सीटें मिलेंगी।’
‘मैं जो कह रहा हूं वह बिल्कुल यथार्थवादी है’
यह पूछने पर कि उनका दावा कुछ काल्पनिक सा लग रहा है, क्योंकि वह 7 सीटों की मौजूदा संख्या से 3 अंकों तक जाने की बात कर रहे हैं, इस पर माथुर ने कहा, ‘जब बीजेपी 2 सीटों से बहुमत तक पहुंच सकती है, तो कांग्रेस क्यों नहीं? मैं जो कह रहा हूं वह बिल्कुल यथार्थवादी है, और जब प्रियंका गांधी वाद्रा पूरे जोरों से प्रचार करने आएंगी, तो यह लक्ष्य आसानी से हासिल किया जा सकता है।’ उन्होंने कहा कि चुनाव से पहले पार्टी द्वारा प्रस्तावित 12,000 किलोमीटर लंबी यात्रा कार्यकर्ताओं को प्रोत्साहित करेगी।
‘कांग्रेस राज्य में सरकार बना सकती है’
माथुर ने कहा, ‘राजनीति में चमत्कार होते हैं और कांग्रेस राज्य में सरकार बना सकती है। या तो कांग्रेस राज्य में सरकार बनाएगी, या फिर कांग्रेस के बगैर राज्य में सरकार नहीं बनेगी।’ केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए माथुर ने कहा, ‘बीजेपी जब विपक्ष में थी, वह कहा करती थी कि सत्ता में आने पर 30 रुपये प्रतिलीटर पर पेट्रोल बेचेगी, लेकिन फिलहाल पेट्रोल/डीजल का दाम 100 रुपये प्रतिलीटर के आसपास पहुंच गया है।’ माथुर ने उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की प्रभारी प्रियंका गांधी वाद्रा को लेकर बीजेपी के हंगामों पर भी पलटवार किया।
‘राज्य के लोग बीजेपी सरकार से तंग आ चुके हैं’
माथुर ने कहा, ‘बीजेपी आलाकमान और उसके वरिष्ठ नेताओं की आदत हो गई है कि जब भी कांग्रेस के वरिष्ठ नेता लखनऊ आते हैं, तो वे भयभीत हो जाते हैं, क्योंकि उन्हें पता है कि कांग्रेस ही एकमात्र ऐसी पार्टी है, जो भाजपा को करारा जवाब दे सकती है। इस कारण वे प्रियंका गांधी के खिलाफ कुछ 'उल्टी-सीधी' टिप्पणी करने लगते हैं।’ माथुर ने दावा किया कि राज्य के लोग बीजेपी सरकार से तंग आ चुके हैं और अगले साल होने वाले चुनाव में कांग्रेस को जनादेश देने का मन बना रहे हैं।
‘स्वास्थ्य केंद्र मवेशियों के रहने का स्थान बन गए हैं’
माथुर ने कहा कि कोविड-19 महामारी के दौरान प्रदेश में हालात बहुत खराब थे। लोग कोविड के दौरान अपने प्रियजनों की मौत के बारे में कैसे भूल सकते हैं? पश्चिमी यूपी और फिरोजाबाद, मथुरा, बुलंदशहर और अन्य जिलों में डेंगू ने लगभग 300 लोगों की जान ले ली है। यूपी सरकार इस पर आंखें मूंद रही है, क्योंकि गांवों में गंदगी की भरमार हैं और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मवेशियों के रहने का स्थान बन गए हैं। उन्होंने यह भी मांग की कि ‘राज्य में डेंगू और वायरल बुखार से होने वाली मौतों पर चर्चा के लिए यूपी विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया जाए।’