लखनऊ: मुलायम सिंह यादव द्वारा सपा की बदहाली के लिए कांग्रेस को दोषी ठहराये जाने के एक दिन बाद कांग्रेस ने आज कहा कि सपा संरक्षक की कथनी और करनी में मेल नहीं है। वह अवसरवादी हैं।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता अशोक सिंह ने कहा, सपा परिवार में कलह सार्वजनिक नहीं होनी चाहिए थी। दोनों पक्षों को इसे सदभावपूर्ण ढंग से निपटाना चाहिए था। उन्होंने मुलायम के इन आरोपों को निराधार बताया कि सपा की बदहाली के लिए कांग्रेस जिम्मेदार है।
मुलायम ने कल कहा था कि राज्य में पार्टी की बदहाली के लिए कांग्रेस के साथ गठजोड जिम्मेदार है और मैंने अखिलेश को सलाह दी थी कि वह गठजोड़ ना करे लेकिन उसने कर लिया। अपनी पराजय के लिए केवल और केवल सपा जिम्मेदार है।
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सपा संरक्षक ने ये भी कहा था कि कांग्रेस ने उनका जीवन बर्बाद करने में कोई कसर बाकी नहीं रखी। कांग्रेस ने मेरे खिलाफ मामले दायर किये और अखिलेश ने उनके साथ गठजोड कर लिया। सिंह ने कहा कि मुलायम का आरोप निराधार है। बिहार में समान विचारधारा वाली धर्मनिरपेक्ष ताकतों के गठबंधन को किसने तोडा? वह मुलायम सिंह यादव थे। उनकी कथनी और करनी में अंतर है।
उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के पहले समाजवादी पार्टी और कांग्रेस से गठजोड किया था लेकिन दोनों ही दलों का प्रदर्शन अत्यंत खराब रहा। भाजपा ने 403 सदस्यीय विधानसभा में जोरदार प्रदर्शन करते हुए 325 (सहयोगी दलों सहित) सीटों पर जीत दर्ज की।