लखनऊ. तीसरे चरण के लॉकडाउन में अब दो दिन और बचे हैं। पीएम मोदी राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में यह स्पष्ट कर चुके हैं कि चौथे चरण का लॉकडाउन पहले से भिन्न होगा और नए रंग-रूप वाला होगा। सीएम योगी से जुड़े सूत्रों की मानें तो मुख्यमंत्री प्रदेश में कुछ ढ़ील के साथ 31 मई तक lockdown बढ़ाना चहाते हैं।
सूत्रों ने बताया कि सीएम योगी चाहते हैं कि lockdown4 में कमर्शियल और इंडस्ट्रियल एक्टिविटी ज़्यादा चलें, इसलिए इसमें छूट दी जाए। हालांकि वो लॉकडाउन के दौरान पब्लिक पर सख्ती बनी रहे, malls, सिनेमाघर, मल्टीप्लेक्स, होटल, जिम आदि न खुलें। इतना ही नहीं कंटेंटमेंट जोन में सख्ती बढ़ाने पर विचार चल रहा है।
प्रवासी मजदूरों की वापसी है लॉकडाउन बढ़ाने की प्रमुख वजह!
सूत्रों के अनुसार, सरकार लाकड़ाउन बढ़ाना चाहती है इसकी एक बड़ी वजह प्रदेश में अब तक साढ़े बारह लाख से ज़्यादा प्रवासी मजदूरों का आना है। सरकार का अनुमान है कि अगले नौ-दस दिनों में करीब आठ लाख प्रवासी मजदूर और आ जाएंगे। अब तक यूपी लौटे एक प्रवासी मजदूर की कोरोना से मौत हो चुकी है और 50 से ज्यादा मजदूर कोरोना पॉजिटिव निकल चुके है।
इसलिए सरकार का मानना है कि मजदूरों की जांच के लिए लॉकडाउन बढ़ाना जरूरी है और इसी वजह से जिन जिलों में प्रवासी मजदूर ज्यादा आ रहे हैं, वहां लॉक डाउन में सख्ती हो। अब यूपी में अगले कुछ दिनो में कोरोना के दस हजार टेस्ट रोज होंगे। इस तरह लॉकडाउन 4 में 31 मई तक करीब सवा लाख टेस्ट हो चुके होंगे।
इन जिलों में हो सकती है ज्यादा सख्ती
यूपी सरकार आगरा, मेरठ और कानपुर में ज़्यादा सख्ती से लॉकडाउन 4 लागू कराना चाहती है। यूपी में अब तक कोरोना के 3945 मामले हुए हैं, इनमे 1383 मामले इन तीन जिलों के हैं। प्रदेश में 92 मौत हुई हैं जिनमें इन तीन जिलों में 47 कोरोना के मरीज मरे हैं। सरकार चाहती है कि अभी ग्रीन और ऑरेंज ज़ोन में कुछ दुकानें खुल रही हैं, वैसे और ज़िले जहा कोरोना के कम केस हैं वहां भी बाज़ार खुलें।
सरकार चाहती है कि मार्केट में दुकानों की नम्बरिंग की जाए। बाजार में odd even नम्बर से दुकानें खुलें। भीड़ न जमा हो, दुकान पर स्टाफ कम हो। लॉक डाउन 4 कैसा होना चाहिए इसे लेकर सीएम योगी पहले भी अपने मंत्रिमंडल के मंत्रियों के साथ मीटिंग कर चुके है।