उत्तर प्रदेश में खरीफ सीजन में जारी धान की खरीदी में गड़बड़ी पर उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने सख्त रुख अख्तियार कर लिया है। सीएम ने धान खरीद में गड़बड़ी करने वालों को गिरफ्तार कर जेल भेजने का आदेश दिया है। इस बीच सीएम के आदेश पर राज्य में 8 केंद्र प्रभारियों सहित दस पर गंमीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। अब तक पांच धान क्रय केंद्र प्रभारी निलंबित किए जा चुके हैं। वहीं 199 पर विभागीय कार्रवाई की गई है।
बता दें कि यूपी में धान खरीद की प्रक्रिया 1 अक्टूबर को शुरू हुई थी। सीएम ने किसानों से अपील की थी कि वे MSP से कम कीमत पर कहीं भी धान न बेंचे। इस वर्ष धान कॉमन का समर्थन मूल्य 1,868 रुपये प्रति क्विंटल और ग्रेड-ए धान का 1,888 रुपये प्रति क्विटंल निर्धारित किया है।
सीएम ने कहा है कि राज्य में किसानों को उचित मूल्य दिलाने के लिए अब डीएम भी जिम्मेदार होंगे। राज्य में हाल ही में धान खरीद के दौरान कई अनियमितताओं की शिकायत आई थी। किसानों ने आरोप लगाया था कि उनकी उपज का उचित मूल्य उन्हें नहीं मिल पा रहा है। इसके बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए राज्य के सभी जिलाधिकारियों के साथ बैठक की और उन्हें निर्देश दिया कि किसानों के धान की समय से खरीद हो और उन्हें इसका उचित मूल्य मिले, ये जिम्मेदारी जिलाधिकारी की होगी।
राज्य सरकार के मुताबिक धान खरीद में लापरवाही बरतने वाले जिलाधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इसी के साथ राज्य सरकार ने धान खरीद को लेकर अब तक आकंड़ा जारी किया है। जिसके मुताबिक अब तक राज्य में 1 लाख मीट्रिक टन धान की खरीद हो चुकी है। पिछले साल इस समय तक 10 हजार मीट्रिक टन की ही धान खरीद हुई थी। इस साल यूपी सरकार अपना बनाया रिकार्ड खुद तोड़ दिया है।