लखनऊ: कांग्रेस ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर किसानों की समस्याओं की अनदेखी करने का आरोप लगाते हुए आज कहा कि योगी कर्नाटक जाकर तो किसानों से मिल रहे हैं, लेकिन उत्तर प्रदेश के परेशानहाल किसानों से मिलने की उनके पास फुरसत नहीं है। कांग्रेस के प्रान्तीय अध्यक्ष राज बब्बर ने यहां संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि कर्जमाफी नामक छलावे से जूझने के बाद इस वक्त आलू किसान बेहद परेशान हैं। यही वजह है कि वे आलू को कोल्ड स्टोरेज से निकालकर सड़क पर फेंक रहे हैं। मुख्यमंत्री कर्नाटक जाकर तो किसानों से मिल रहे हैं, लेकिन उनके पास यहां के किसानों से मिलने का वक्त नहीं है।
उन्होंने कहा कि योगी किसानों द्वारा आलू फेंके जाने को विपक्ष की साजिश बता रहे हैं। प्रदेश में किसान, बच्चे और गरीब लोग मर रहे हैं। पांच दिसम्बर से गाजियाबाद के मंडोला में नंगे बदन किसान आंदोलन कर रहे हैं, वह मुख्यमंत्री को नहीं दिखता है। बब्बर ने इमारतों को भगवा रंग में पोतने के बढ़ते चलन के बारे में कहा कि कि चीजों का भगवाकरण करना कमजोर लोगों की मानसिकता है। दीवारों पर भगवा पोतने से आस्था का विस्तार नहीं होगा। भगवा हमारी आस्था है, जो लोग इसे अकीदत से अलग करना चाह रहे हैं, वे दरअसल आस्था का अपमान कर रहे हैं।
धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर हटाये जाने के बारे में पूछे गये सवाल पर उन्होंने कहा ‘‘मेरी समझ में यह नहीं आ रहा है कि यह आदेश सबके लिये है, या किसी खास के लिये। हमें गोरखपुर का डर नहीं है, हमें माघ मेले का डर है। वहां तो गली-गली में लाउडस्पीकर लगते हैं।’’प्रदेश में कांग्रेस की स्थिति के बारे में बब्बर ने कहा कि पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी लोकप्रिय नहीं, जनप्रिय नेता हैं। हमें राहुल के चेहरे के साथ आगे बढ़ना है। निकाय चुनाव में कांग्रेस को बढ़त मिली है। जो गलतियां निकाय चुनाव में हुई हैं, उन्हें ढूंढने के लिये आज जिला एवं शहर अध्यक्षों की बैठक की है, ताकि आगे गलतियां ना हों। हम लोकसभा चुनाव को लेकर बहुत जल्द पार्टी की रणनीति का ब्लूप्रिंट तैयार करेंगे।
इस सवाल पर कि क्या कांग्रेस लोकसभा चुनाव भी सपा के साथ गठबंधन करके लड़ेगी, उन्होंने कहा ‘‘हमें अब तक गठबंधन को लेकर कोई निर्देश नहीं मिला है। इस बारे में केन्द्रीय नेतृत्व तय करेगा। कांग्रेस का सपा से दोस्ताना है। रिश्ते जब बनते हैं तो बन जाते हैं।’’ पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के स्वास्थ्य कारणों से रायबरेली से लोकसभा चुनाव लड़ने या ना लड़ने की सम्भावना सम्बन्धी सवाल पर बब्बर ने कहा ‘‘हम कभी नहीं चाहेंगे कि वह चुनाव ना लड़ें। उनके चुनाव लड़ने या ना लड़ने का फैसला नेतृत्व करेगा। हमारी दुआ है कि वह सेहतमंद रहें। हमारी पार्टी के दो बड़े नेता उत्तर प्रदेश से चुनाव लड़ते हैं, यह अच्छी बात है।’’