लखनऊ/सहारनपुर (उप्र): उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पिता के निधन की खबर सुनने के बाद व्यथित सहारनपुर निवासी उनकी मौसी को अंत्येष्टि कार्यक्रम में शामिल होने के लिए उत्तराखण्ड की सीमा में दाखिल होने से रोक दिया गया जिसके कारण उन्हें सहारनपुर वापस लौटना पड़ा।
सहारनपुर के जिलाधिकारी अखिलेश सिंह ने बताया कि पास होने के बावजूद मुख्यमंत्री योगी की मौसी सरोज देवी को उत्तराखण्ड में दाखिल होने से रोके जाने का मामला सामने आया था। इस पर आज उन्हें फिर से पास जारी किया गया है। उत्तराखण्ड के अधिकारियों से बात हो गई है। समस्या सुलझा ली गई है। अब वह वहां जा सकती हैं।
इसके पूर्व, सरोज देवी ने सहारनपुर में संवाददाताओं से कहा ''मैंने जिलाधिकारी की तरफ से जारी पास दिखाया था मगर उन्होंने (उत्तराखण्ड के अधिकारियों) मना कर दिया। हमने गांव में अपने रिश्तेदारों से बात करने को कहा, मगर फोन नहीं उठा। अधिकारियों ने मुझसे कहा कि सिर्फ भाई और बहनें ही जा सकती हैं। मुझसे कहा गया कि आप वापस लौट जाएं।'' उन्होंने भरे गले से कहा कि मुझे दुख तो होना ही है।
सरोज सहारनपुर के नवीन नगर इलाके में रहती हैं। सीएम योगी के मौसेरे भाई कवीन्द्र सिंह बिष्ट ने बताया कि मौसाजी के निधन की सूचना मिली तो मां उनके बड़े भाई सतेन्द्र बिष्ट के साथ सहारनपुर के जिलाधिकारी अखिलेश सिंह द्वारा बनाये गये पास को लेकर अपनी कार से पौड़ी के रवाना हो गईं। हालांकि उतराखण्ड सीमा पर इनकी गाड़ी को रोक लिया गया। जब उन्हें आगे जाने की इजाजत नहीं मिली तो दोनों वापस सहारनपुर लौट आए।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पिता आनंद बिष्ट का सोमवार को निधन हो गया। वह काफी समय से बीमार थे।