लखनऊ: उत्तर प्रदेश के 55 लाख 77 हजार बुजुर्गजनों को उनकी तीन माह की वृद्धावस्था पेंशन की राशि एकमुश्त मिल गई है। सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को वृद्धावस्था पेंशन के लिए पात्र इन वरिष्ठ नागरिकों के बैंक खाते में 836.55 करोड़ डिजिटली ट्रांसफर किए। इसमें 4 लाख 56 हजार ऐसे भी बुजुर्ग शामिल हैं, जो पहली बार पेंशन की राशि मिली। मुख्यमंत्री आवास पर आयोजित कार्यक्रम में सीएम योगी ने कहा कि वृद्धजन के पास अनुभवों की थाती है। उन्होंने कहा, ‘यह हमारे मार्गदर्शक हैं। केंद्र और राज्य सरकार हर एक वृद्ध के जीवन और आजीविका का प्रबंध करने के लिए सेवाभाव के साथ काम कर रही है।’
‘बुजुर्गों के लिए जारी की गई है हेल्पलाइन’
सीएम योगी ने कहा, ‘बुजुर्गों को राशन-पानी की जरूरत हो अथवा बीमारी के समय इलाज और दवाइयों की, सब कुछ मुफ्त में मुहैया कराया जा रहा है। यही नहीं, बुजुर्गों के लिए खासतौर से एल्डर हेल्पलाइन 14567 जारी किया गया है, जहां 24 घण्टे कोई भी वरिष्ठ नागरिक सम्पर्क कर मदद ले सकता है।’ वर्चुअल माध्यम से विभिन्न जिलों के वृद्धावस्था पेंशन लाभार्थियों से बात करते हुए मुख्यमंत्री ने सभी की सेहत का हालचाल भी पूछा और जिलाधिकारियों को हर जरूरतमंद को आयुष्मान भारत अथवा मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना का लाभ मुहैया कराने के निर्देश भी दिए।
‘पहले की सरकारों में बुजुर्गजन उपेक्षित थे’
मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले की सरकारों में बुजुर्गजन उपेक्षित थे। उन्होंने कहा, ‘कोई बुजुर्गों की ओर ध्यान नहीं देता था लेकिन आज वृद्धजनों के सुखमय जीवन के लिए अनेक प्रयास किए जा रहे हैं।’ योगी ने कहा कि कोरोना के बीच जीवन के साथ-साथ लोगों की आजीविका सुरक्षित रखने के प्रयास भी हुए। उन्होंने कहा कि आज हर गरीब परिवार के हर सदस्य को प्रतिमाह 05 किलोग्राम राशन मुफ्त मिल रहा है। सीएम ने आगे कहा कि बीते 4 साल में 30 लाख नए बुजुर्ग वृद्धावस्था पेंशन योजना से जुड़ सके हैं।
‘यह सब सरकार की प्रतिबद्धता का प्रमाण’
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि सरकार की कल्याणकारी योजना का लाभ हर एक गरीब को, हर एक किसान को, हर एक बुजुर्ग को, हर एक निराश्रित महिला को प्राप्त हो यही सरकार की मंशा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसी अभियान के क्रम में इन सभी योजनाओं के लिए मुक्त हस्त से सही लोगों के लिए समय समय पर लाभ की इन योजनाओं को जारी भी किया है और यह सब सरकार की प्रतिबद्धता का प्रमाण है। (IANS)