लखनऊ: उत्तर प्रदेश के अयोध्या में बरसों से बंद पड़ी रामलीला का मंचन शुरू किया जाएगा। यह निर्देश राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिये हैं। उन्होंने कहा, अयोध्या में कई वर्षों से बन्द पड़ा रामलीला का मंचन प्रारम्भ कराया जाए। इसी प्रकार मथुरा में रासलीला एवं चित्रकूट में भजन संध्या कार्यक्रम को सुचारु रूप से संपन्न कराया जाये। सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि अयोध्या में रामलीला का मंचन कई साल से बंद चल रहा था, जिसे फिर से शुरू करने के निर्देश मुख्यमंत्री ने दिए हैं। (भारत के इस कदम ने उड़ाया अमेरिका, रूस और चीन के होश...)
मुख्यमंत्री ने काशी विश्वनाथ मन्दिर में ई-पूजा, ई-डोनेशन, कैलाश मानसरोवर यात्रा एवं सिन्धु यात्रा हेतु ऑनलाइन आवेदन एवं ई-डिस्टि्रक्ट पोर्टल वेबसाइट को आगामी 15 दिन में लांच कराने के निर्देश दिये। योगी ने कल देर रात धर्मार्थ कार्य विभाग के प्रस्तुतिकरण के दौरान कहा कि धार्मिक स्थलों की सुरक्षा हेतु आवश्यकतानुसार बाउण्ड्री निर्माण के साथ-साथ तीर्थ यात्रियों एवं श्रालुओं की सुविधा को दृष्टिगत रखते हुये अप्रोच रोड बनाने का कार्य प्राथमिकता पर सुनिश्चित कराया जाये।
उन्होंने कहा कि अयोध्या में 14.77 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित भजन संध्या स्थल का निर्माण कार्य जून 2018 तक निर्धारित मानक एवं गुणवाा के साथ प्रत्येक दशा में पूर्ण करा लिया जाये। चित्रकूट में भजन संध्या एवं परिक्रमा स्थल के निर्माण कार्य हेतु स्वीकृत 13.75 करोड़ रुपये से निर्मित होने वाले कार्यों को प्राथमिकता के साथ निर्धारित समय-सारिणी में पूर्ण कराना सुनिश्चित कराया जाये।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में सुप्रसि मंदिरों के संपर्क मार्ग चार लेन बनाये जाने के साथ-साथ जन सुविधा हेतु बैठने, विश्राम गृह, पेयजल सुविधाओं के विकास कार्य भी प्राथमिकता से सुनिश्चित कराये जायें। धार्मिक स्थलों के धार्मिक तालाबों का जीर्णोार एवं सौंदर्यीकरण का कार्य भी प्राथमिकता से सुनिश्चित कराया जाये। उन्होंने ब्रज चौरासी कोसी परिक्रमा परिपथ का विकास एवं जनसुविधा कार्य विकसित कराये जाने के निर्देश दिये।
ये भी पढ़ें: इस गांव में शादी से पहले संबंध बनाना है जरूरी, तभी होती है शादी!
नक्सलियों से बदला लेने के लिये CRPF को मिली 75 दिनों की खुली छूट!