कानपुर: यहां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के समर्थन में रैली की। रैली को संबोधित करते हुए सीएम योगी ने इसका विरोध करने वाले लोगों पर तंज कसा और कहा कि “अब इन्होंने क्या किया है, अपने घर की महिलाओं को चौराहे-चौराहे पर बैठाना शुरू कर दिया है, कितना बड़ा अपराध है कि पुरुष घर में सो रहा है रजाई ओढ़ के और महिलाओं को आगे करके चौराहे-चौराहे पर बैठाया जा रहा है।” सीएम योगी ने आजादी के नारे लगाने वालों को भी मंच से चेतावनी दी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि “अगर कोई विरोध प्रदर्शन के नाम पर आजादी के नारे लगाएगा, तो वह देशद्रोह का आरोपी कहलाएगा और सरकार उसपर सख्त कार्रवाई करेगी। इसे स्वीकार नहीं किया जा सकता। भारत की धरती से भारत के खिलाफ साजिश के लिए लोगों को अनुमति नहीं दी जा सकती।” इससे पहले मंगलवार को सीएम योगी ने राजधानी में सीएए के समर्थन में आयोजित एक विशाल रैली में कहा था कि "पैसा लेकर आगजनी की घटनाओं को प्रायोजित किया जा रहा है।"
सीएम योगी ने कहा था कि "लोगों को गुमराह करने का प्रयास किया जा रहा है। हम सब जानते हैं बहुत सारी ऐसी बातें हैं जो आपने पिछले छह महीने के दौरान परिवर्तित होते हुए देखी होंगी। वास्तव में जो कार्य प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सशक्त नेतृत्व में आगे बढ़ाए गए हैं वह 1947 के बाद ही प्रारंभ हो जाने चाहिए थे। जो कदम पिछले छह महीने के दौरान उठाए गए हैं, चाहे वह कश्मीर में धारा 370 समाप्त करने का, तीन तलाक की प्रथा को सदैव समाप्त करने का रहा हो या फिर 500 वर्षों के कलंक को समाप्त कर अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण को प्रशस्त करने की बात हो या फिर भारत की परंपरा के अनुरूप शरण में आए हुए कि हम रक्षा करेंगे।’’
उन्होंने कहा था कि पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश के शरणार्थियों को या धार्मिक रूप से पीड़ित अल्पसंख्यकों को भारत के अंदर शरण देने का महान कार्य हो, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ने किया। उत्तर प्रदेश की जनता की ओर से उनका हृदय से स्वागत और अभिनंदन करता हूं।" योगी ने कहा था कि सचमुच यह कार्य 1947 के बाद 1950 में हो जाना चाहिए था लेकिन हिम्मत नहीं थी सरकारों में। वह नहीं कर पा रही थी लेकिन मानवता के हित में जो कदम उठाया गया है, आज कांग्रेस सपा और विपक्षी दलों द्वारा भ्रम की स्थिति पैदा की जा रही है।