मेरठ: चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में MBBS परीक्षा की कॉपियां बदलने के मामले में मुजफ्फरनगर मेडिकल कॉलेज से पकड़े गए MBBS के दोनों छात्रों को अदालत ने जेल भेज दिया है। STF के CO ब्रजेश कुमार ने बुधवार को बताया कि मुजफ्फरनगर मेडिकल कॉलेज के छात्र स्वर्णजीत निवासी संगरुर, पंजाब और आयुष निवासी अंसल सुशांत सिटी, पानीपत को मंगलवार को पुलिस ने अदालत में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। STF सूत्रों के अनुसार, कैंपस में MBBS की कॉपियां बदलने के मामले में बरामद 2 कॉपियां मेरठ एवं मुजफ्फरनगर के 2 कॉलेजों की निकली हैं।
विश्वविद्यालय ने मुख्य परीक्षा के लिए इन कॉलेजों को कॉपियां भेजी थी लेकिन ये कॉपियां कॉलेज से मेडिकल की कॉपियां लिखने वाले गिरोह तक पहुंच गई। विश्वविद्यालय के इस खुलासे के बाद इन दोनों कॉलेजों के खिलाफ STF बड़ी कार्रवाई की तैयारी में है। STF ने पूरे मामले में विश्वविद्यालय प्रशासन के अधिकारियों के खिलाफ लापरवाही बरतने की रिपोर्ट शासन को भेज दी है। गौरतलब है कि 17 मार्च को STF ने कविराज नाम के व्यक्ति को विश्वविद्यालय से पकड़ा था। पूछताछ में कविराज ने बताया कि वह विश्वविद्यालय के कर्मचारी कपिल कुमार, संदीप, पवन, चंद्रप्रकाश, सलेकचंद के साथ मिलकर MBBS, LLB, स्नातक, परास्नातक कॉपियों को बदल देता था। विश्वविद्यालय की गोपनीय शाखा से कॉपियों को चोरी करके उनपर नंबर बढ़ाकर दोबारा से रख दिया जाता था।
STF ने आरोपियों से 2 कॉपियां बरामद की थी। STF ने इन दोनों कॉपियों के बारे में विश्वविद्यालय से रिकॉर्ड मांगा था। विश्वविद्यालय ने STF को दोनों कॉपियों की जो रिपोर्ट भेजी है, उसमें दो नए कॉलेजों पर तलवार लटक रही है। बरामद कॉपी में से एक कॉपी एसडी कॉलेज मुजफ्फरनगर को आवंटित थी, जबकि दूसरी आधारशिला कॉलेज ऑफ एजुकेशन मेरठ को। विश्वविद्यालय सभी केंद्रों पर सीरियल नंबर के आधार पर कॉपियों का बंडल आवंटित करती है। ये कॉपियां 13 मार्च से शुरू हुई मुख्य परीक्षाओं के लिए थी लेकिन कॉलेजों से इन कॉपियों का प्रयोग MBBS की कॉपी बदलने में हुआ। सूत्रों ने बताया कि STF इन दोनों ही कॉलेजों से कुछ लोगों को जल्द ही हिरासत में ले सकती है।