लखनऊ। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने शुक्रवार को कहा कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण समाज के सहयोग से साकार होगा और मंदिर निर्माण से लोगों को स्वेच्छा से जुड़ने का अभियान मकर संक्रांति से शुरू होकर माघ पूर्णिमा तक पूरा होगा। चंपत राय ने यहां पत्रकारों से बातचीत करते हए कहा कि इस अभियान में चार लाख कार्यकर्ता शामिल होंगे जिनकी एक लाख से ज़्यादा टोलियाँ होंगी।
राय ने कहा कि अभियान में 12 करोड़ परिवारों से संपर्क किया जाएगा जिसमें साधु संत भी भाग लेंगे। उन्होंने बताया कि मुंबई से शिवसेना ने एक करोड़ रुपये भेजे हैं जबकि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निजी रूप से 11 लाख रुपये दिये हैं। राय ने बताया, ‘‘तीन वर्ष में मंदिर निर्माण पूरा कर लिया जाएगा। मंदिर के वास्तु का दायित्व अहमदाबाद के चंद्रकान्त सोमपुरा को दिया गया है, जबकि ‘लार्सन एंड टुब्रो’ कम्पनी को मंदिर निर्माण का कार्य दिया गया है और निर्माता कंपनी के सलाहकार के रूप में ट्रस्ट ने ‘टाटा कंसल्टेंट इंजीनियर्स’ को चुना है। ’’
राय ने कहा कि जमीन के नीचे 200 फुट तक भुरभुरी बालू पायी गयी है और गर्भगृह के पश्चिम में कुछ दूरी पर ही सरयू नदी का प्रवाह है। इस भौगोलिक परिस्थिति में 1000 वर्ष की आयु वाले पत्थरों के मन्दिर का भार सहन कर सकने वाली मज़बूत नींव के संबंध में आईआईटी बंबई, आईआईटी दिल्ली, आईआईटी चेन्नई, आईआईटी गुवाहाटी, केंद्रीय भवन अनुसंधान संस्थान, रुड़की, लार्सन टुब्रो व टाटा कंपनी के इंजीनियर आपस में परामर्श कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जनसंपर्क में लाखों कार्यकर्ता गाँव और मोहल्लों में जाएँगे। उन्होंने बताया कि कि पारदर्शिता बनाए रखने के लिए ट्रस्ट ने दस रुपये, सौ रुपये, एक हज़ार रुपये के कूपन व रसीदें छापी हैं।