नई दिल्ली: CBI ने शनिवार को दाखिल की गई चार्जशीट में दावा किया है कि उत्तर प्रदेश के नेता अमन मणि त्रिपाठी ने अपनी पत्नी सारा सिंह की हत्या की थी। CBI ने आरोप लगाया कि अमन ने योजनाबद्ध तरीके से फिरोजाबाद में अपनी ह्यूंदै आई-10 कार की दुर्घटना कराई ताकि कहा जा सके कि सारा की मौत हादसे में चोटिल होने के कारण हुई, लेकिन पास के एक खेत में सारा की गला दबाकर हत्या की गई और उसके शव को कार में रख दिया गया।
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CBI प्रवक्ता आर.के. गौड़ ने बताया, ‘जांच के दौरान पाया गया कि आरोपी से शादी के बाद सारा को आरोपी की ओर से शारीरिक यातना दी जाती थी और उससे क्रूरता की जाती थी।’ जांच एजेंसी ने अमन के खिलाफ आपराधिक साजिश, हत्या और दहेज प्रताड़ना से जुड़ी आईपीसी की धाराओं के तहत आरोप-पत्र दाखिल किया। प्रवक्ता ने कहा कि अमन ने सोची-समझी योजना के तहत 9 जुलाई 2015 को सारा की हत्या की, ताकि उससे छुटकारा पाया जा सके। गौड़ ने कहा कि अमन ने कथित तौर पर फर्जी सड़क दुर्घटना कराई और उसे ही सारा की मौत की वजह बता दिया।
उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री और हत्या के दोषी अमर मणि त्रिपाठी का बेटा अमन गोरखपुर के नौतनवा विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रहा है। इससे पहले, अमन को समाजवादी पार्टी से टिकट दिया गया था, लेकिन जब मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पार्टी की कमान संभाली तो उसका टिकट काट दिया गया और मुन्ना सिंह नौतनवा से सपा के उम्मीदवार घोषित किए गए। आरोप-पत्र का ब्योरा देते हुए CBI सूत्रों ने बताया कि सारा को जब खेत से कार में लाया गया, तब तक उसकी मौत हो चुकी थी और बाद में उसे टाटा मैजिक से फिरोजाबाद के जिला अस्पताल ले जाया गया।
सूत्रों ने बताया कि सारा सिंह का शव दुर्घटना स्थल से जिला अस्पताल ले जाया गया था, न कि घायल सारा सिंह को वहां ले जाया गया था। उन्होंने बताया कि अमन का यह दावा गलत पाया गया कि वह और उसकी पत्नी उस वक्त सड़क हादसे का शिकार हो गए, जब उन्होंने साइकिल से सड़क पार कर रही एक लड़की को बचाने की कोशिश की। सूत्रों ने बताया कि एजेंसी हत्या के इस मामले में कुछ और लोगों की तलाश में है और वह इस बात का भी पता लगा रही है कि सारा का गला दबाने के लिए किस चीज का इस्तेमाल किया गया।